काशी में देवों की दीपावली आज, अलौकिक पल में साक्षी बनेंगे उपराष्ट्रपति,राज्यपाल, सीएम और लाखों श्रद्धालु

वाराणसी। काशी में हर वर्ष की तरह इस बार भी देव दीपावली के अवसर पर गंगा के अर्धचंद्राकार घाटों पर दीपों की आभा से एक अनोखा दृश्य सजेगा। विशेष तैयारियों के साथ शिव की नगरी में दीप जलाए जाएंगे और देवताओं की दीपावली मनाई जाएगी। गंगा-वरुणा, गंगा-असि और गंगा-गोमती के संगम पर दीपदान किया जाएगा, जहां देश-विदेश से श्रद्धालु और पर्यटक इस पवित्र अवसर का हिस्सा बनेंगे।

17 लाख दीपों से रोशन होंगे घाट : देव दीपावली के दिन करीब 17 लाख दीपों से काशी के घाट सजेंगे। इनमें से तीन लाख दीप खासतौर पर गोबर से बनाए गए हैं। गंगा के किनारे दीपों की माला में सजी हुई मां गंगा का शृंगार और भव्य आरती पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होंगी। पितरकुंडा, रामकुंड, कंदवा जैसे प्रमुख घाटों पर दीप जलाए जाएंगे, जो पितरों और देवताओं को समर्पित होंगे।

गंगा पार रेत पर ग्रीन क्रैकर्स और लेजर शो :

देव दीपावली पर श्रद्धालु गंगा पार रेत पर शिव भजनों के साथ ग्रीन क्रैकर्स और लेजर शो का आनंद लेंगे। चेत सिंह घाट पर 3डी प्रोजेक्शन मैपिंग और लेजर शो का आयोजन होगा, जिसमें काशी के धार्मिक इतिहास और सनातन धर्म की शाश्वत कथाएं दिखाई जाएंगी। इस विशेष आयोजन में लगभग 10 लाख पर्यटकों के आने की उम्मीद है, और पहले ही होटल, गेस्ट हाउस, नावें और क्रूज की बुकिंग हो चुकी है।

लोक कलाकारों की प्रस्तुतियां

देव दीपावली महोत्सव में काशी के घाटों पर विभिन्न कलाकारों द्वारा भव्य प्रस्तुतियाँ दी जाएंगी। नमो घाट पर लोकगायिका कल्पना पटवारी और अभिलिप्सा पंडा भजनों की प्रस्तुति देंगी। शीतला घाट पर सांसद और गायक मनोज तिवारी अपनी गायकी से दर्शकों का मन मोहेंगे। अमेरिकी ग्रुप ‘कॉस्मिक शिवा’ शिव महिमा पर आधारित नृत्य प्रस्तुत करेगा, जिसमें भारतवंशी सुजाता विन्जामुरी और उनके शिष्य भी भाग लेंगे।

राजघाट पर 101 महिलाओं द्वारा गंगा आरती

राजघाट पर इस बार एक विशेष आयोजन होगा, जिसमें 101 महिलाएं पहली बार मां गंगा की आरती करेंगी। यह आयोजन खासतौर पर गुरुनानक देव के 555वें प्रकाश पर्व और भगवान गौतम बुद्ध के सम्मान में किया जा रहा है। झांकियों में गुरुनानक देव और गौतम बुद्ध की आभा का प्रदर्शन होगा।

दशाश्वमेध घाट की महाआरती

दशाश्वमेध घाट पर इस वर्ष भव्य महाआरती का आयोजन किया जाएगा, जो शहीदों को समर्पित होगी। इस अवसर पर 21 अर्चक और 42 देव कन्याएं विशेष आरती करेंगी, जिसमें कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। यह आयोजन भारतीय संस्कृति और परंपराओं को प्रदर्शित करने का एक बेहतरीन प्रयास है।

वीआईपी और न्यायिक अधिकारियों की उपस्थिति
देव दीपावली महोत्सव में कई वीआईपी और न्यायिक अधिकारी भी हिस्सा लेंगे, जिनमें भोजपुरी अभिनेता और सांसद मनोज तिवारी, गोरखपुर सांसद रवि किशन, एनडीआरएफ के महानिदेशक पीयूष आनंद, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। इसके अलावा, सुप्रीम कोर्ट और उच्च न्यायालयों के न्यायधीश भी इस महोत्सव में उपस्थित रहेंगे।

सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व
देव दीपावली महोत्सव न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह काशी की सांस्कृतिक धरोहर और शाश्वत परंपराओं को भी प्रदर्शित करता है। इस अवसर पर देश-विदेश से आए पर्यटक काशी की प्राचीन परंपराओं को नजदीक से देख सकेंगे और इस पावन पर्व का हिस्सा बनेंगे।

देव दीपावली का यह पर्व काशी के सांस्कृतिक वैभव का प्रतीक है। दीपों से सजी मां गंगा, शिव भक्ति में लीन लोग, घाटों पर आयोजित भव्य आरतियाँ और कलाकारों की प्रस्तुतियां सभी के दिलों में काशी की सुंदर और अलौकिक छवि छोड़ जाती हैं।

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