सेवा धर्म की पावन मंदाकिनी सबका मंगल करती है, यह लोक साधना का सहज संचरण है। दरिद्र नारायण की शुश्रुषा से बढ़कर कोई तप नहीं है। सेवा मानवीय गुण है , निष्काम सेवा का फल आंनद है। तुलसी दास जी ने रामचरितमानस में कहा है कि –
” सिर भर जाऊ उचित यह मोरा, सबते सेवक धरम कठोरा ”
आज वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अखिलेश कुमार चौरसिया ने अपने जन्मदिन की मंगल वेला पर अपने पूरे परिवार के साथ विजय श्री फाउंडेशन, प्रसादम सेवा के तत्वाधान में लोहिया हॉस्पिटल, लखनऊ में कैंसर एवं असाध्य रोगों से पीड़ित रोगियों के निःशक्त तीमारदारों की भोजन सेवा कर अपने जन्मदिन को सेवा दिवस के रूप में मनाया।
अपने जन्म दिन पर अखिलेश कुमार चौरसिया ने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि हमे भगवान ने नि:शक्त तीमारदारों की सेवा के लिए सक्षम बनाया। हमे विश्वास है कि नर सेवा नारायण सेवा के लिए हमने जिन लोगों को भोजन प्रसाद वितरण किया है इसी में से कोई न कोई परमात्मा होगा जो हम सबका कल्याण करेंगे, क्योकि – अन्नं ब्रह्मा रसो विष्णुर्भोक्ता देवो महेश्वरः अर्थात अन्न ब्रह्म है, रस विष्णु है और खाने वाले महेश्वर हैं।
इस मौके पर फ़ूडमैन विशाल सिंह ने पूरे प्रसादम परिवार की तरफ से अखिलेश कुमार चौरसिया को जन्मदिन की हार्दिक बधाई देते हुए भोजन सेवा के इस पुण्य कार्य में सहयोगी बनने के लिए पूरे परिवार को कोटि -कोटि धन्यवाद किया। आगे फ़ूडमैन विशाल सिंह ने कहा कि मां अन्नपूर्णा एवं मां लक्ष्मी आपके पूरे परिवार की सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य, यश, कीर्ति एवं दीर्घायु की मंगल कामना करता हूं, आप सब जीवन में यूं ही मुस्कुराते हुए निःशक्तजनों की मदद कर आनंद की अनुभूति प्राप्त करें यही परमपिता परमात्मा से कामना है।
अपने भक्तों से प्रेम करने वाले भगवान आपकी रक्षा करें और आप पर कृपा बनाये रखें, आपका कल्याण हो, आप सकुशल रहो तथा चिरंजीवी हो, जन्मदिवस की ढेर सारी शुभकामनाएँ।
फ़ूडमैन विशाल सिंह ,संस्थापक,विजयश्री फाउन्डेशन , प्रसादम सेवा