गोरखपुर : कैंपियरगंज जटायु गिद्ध संरक्षण और प्रजनन केंद्र न केवल भारत बल्कि पूरे एशिया में राजगिद्ध के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस केंद्र का उद्घाटन किया। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री ने 7 अक्टूबर 2020 को इस केंद्र का शिलान्यास किया था और अब इस परियोजना को पूर्णता के साथ जनता को समर्पित किया जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
सीएम योगी ने लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि रामायण काल के पहले बलिदानी गिद्ध राज जटायु थे। उस समय यदि कोई गाय और बंदर की हत्या कर दे तो कोई सहन नहीं करता था, क्योंकि उनके पूर्वजों ने हमारे लिए बलिदान दिया था। रासायनिक खाद व दवाओं के प्रभाव के चलते गिद्धों की संख्या कम हो रही है। इसे बचाने के लिए जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र काफी मदद मिलेगी। यह अच्छा कार्य की शुरुवात है।
महिला सुरक्षा की बात करते हुए सीएम योगी ने आगे कहा कि नारी सम्मान को बचाने के लिए गिद्ध राज रावण से भिड़ गए। समाज को मित्रता और नारी का सम्मान कैसे किया जाता है, यह जटायु से सीखने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। यूपी देश का पहला राज्य है, जहां इतने बड़े पैमाने पर पौधारोपण हुआ है।
वृक्षों को बचाने के लिए ‘हेरिटेज’ घोषित
2017 के पहले पेड़ काटे जाते थे, लेकिन आज पेड़ लगाए जा रहे है। आज पेड़ न कटे इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12 करोड़ से अधिक ‘उज्ज्वला योजना’ के कनेक्शन उपलब्ध कराए हैं, जिससे पर्यावरण को बचाया जा सके। सौ वर्ष से ऊपर के वृक्षों को बचाने के लिए ‘हेरिटेज’ घोषित किए गए हैं। आगे उन्होंने कहा कि प्रदेश में हरियाली का दायरा बढ़ा है और जंगली जीव-जंतुओं को बचाने में हमें सफलता प्राप्त हुई है, प्रकृति के साथ जो विकास होगा वह स्थाई होगा।