नई दिल्ली । मोदी सरकार 3.0 लोकसभा चुनाव 2024 में जीत के बाद अब सरकार बनाने के लिए कवायद शुरू हो गई है। चूंकि इस बार किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिली है तो ऐसे में सहयोगी दलों के सहयोग से गठबंधन की सरकार बनेगी।
दिल्ली में आज एनडीए की बैठक हुई है, जिसके बाद सहयोगी दलों ने समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। साथ ही पीएम मोदी को गठबंधन का नेता चुन लिया और कल पीएम मोदी तीसरी बार पद और गोपनीयता की शपथ ले सकत हैं। दूसरी ओर खबर आ रही है कि मंत्रिमंडल को लेकर भी सहयोगी दलों के बीच चर्चा शुरू हो चुकी है।
मोदी सरकार 3.0 के लिए NDA गठबंधन की बैठक से एक दिन पहले ही जेडी(यू) की जम्मू-कश्मीर इकाई के ऐसे ही एक नेता ने ऐसा बयान दे दिया है कि सियासी गलियारों में कयासों का दौर गरमा गया है। नेता ने कहा कि अगर उनकी पार्टी के पास 12 सांसद हैं तो उन्हें 12 मंत्रालय भी मिलने चाहिए। जेडी(यू) की तरफ से इसके साथ ही यह भी साफ किया कि वह विशेष राज्य के दर्जे (बिहार के लिए) जैसी अपनी मांगों पर कायम रहेगी।
लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद सभी की निगाहें नई सरकार के स्वरूप पर है, क्यों कि भारतीय जनता पार्टी इस चुनाव में अपने दम पर 272 का आंकड़ा छूने से चूक गई है। अब सहयोगियों पर उसकी निर्भरता बढ़ गई है। दिल्ली में आज एनडीए की बैठक होने वाली है, जिसमें नवनिर्वाचित सांसदों के द्वारा नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना जा सकता है। इसके बाद रविवार को पूरी कैबिनेट एकसाथ राष्ट्रपति भवन के लॉन में शपथ ले सकती है।
इसके अलावा, चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई वाली तेलुगु देशम पार्टी कैबिनेट में अपनी पहली पसंद के तौर पर राममोहन नायडू का नाम प्रस्तावित कर सकती है। टीडीपी के केंद्रीय कैबिनेट में कम से कम तीन से चार पद मिलने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार, टीडीपी को अब वित्त राज्य मंत्री और दो-तीन अन्य मंत्रालय मिलने की उम्मीद है।
सूत्रों का कहना है कि जेडीयू इस बार तीन कैबिनेट मंत्री और एक राज्य मंत्री पद की उम्मीद कर रही है।
नीतीश कुमार की पार्टी की निगाहें कृषि, रेल, ग्रामीण विकास और जल शक्ति जैसे बिहार के हितों से जुड़े मंत्रालयों पर टिकी हैं। इसके अलावा नीतीश कुमार अपने करीबी सहयोगियों में शामिल संजय झा और ललन सिंह को मंत्री बना सकते हैं।
लोजपा की भी नजर मोदी कैबिनेट पर टिकी हुई है। 5 में से 5 सीटें जीतने वाले चिराग पासवान नई सरकार में मंत्री बनाए जा सकते हैं। आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी ने अपने दोनों ही कार्यकालों में लोजपा सुप्रीमो रहे रामविलास पासवान को कैबिनेट में जगह दी थी।