लखनऊ । सिटी मांटेसरी स्कूल, अलीगंज प्रथम कैम्पस द्वारा आयोजित तीन-दिवसीय मॉडल यूनाइटेड नेशन्स कान्फ्रेन्स का शुभारम्भ आज सीएमएस परिसर में हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में पधारे न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा, जज, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दीप प्रज्वलित कर सम्मेलन का विधिवत् उद्घाटन किया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा ने कहा कि शिक्षा का एकमात्र उदे्श्य विभिन्न विषयों का ज्ञान ही नहीं है। वरन इस प्रकार के आयोजनों से किशोरों व युवाओं को सामयिक घटनाओं, अन्तर्राष्ट्रीय सम्बन्धों एवं कूटनीति की जानकारियाँ प्राप्त होती हैं जो उनके दृष्टिकोण को वैश्विक एवं व्यापक बनाती है।
सीएमएस प्रबन्धक प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने मुख्य अतिथि समेत नेपाल व देश के विभिन्न प्रान्तों से पधारे प्रतिभागी छात्रों व गणमान्य अतिथियों का हार्दिक स्वागत करते हुए कहा कि इस वर्ष सितम्बर में आयोजित होने वाले यूएन समिट ऑफ द फ्यूचर के परिपेक्ष में एमयूएन का विशेष महत्व है।
इसके माध्यम से भविष्य के नीति निर्माता अपनी जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक होंगे। विशिष्ट अतिथि भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय मीडिया पेनलिस्ट नीति जैन ने भी छात्रों का मार्गदर्शन किया।उद्घाटन समारोह के उपरान्त सम्मेलन की परिचर्चा का शुभारम्भ बड़े ही जोरदार ढंग से हुआ।
एमयूएन सम्मेलन की संयोजिका एवं सीएमएस अलीगंज प्रथम कैम्पस की वरिष्ठ प्रधानाचार्या ज्योति कश्यप ने इस अवसर पर कहा कि सम्मेलन में देश भर से पधारे छात्रों की उपस्थित इस बात का निश्चित प्रमाण है कि वर्तमान पीढ़ी अपने समय की समस्याओं के प्रति जागरूक है और उनका रचनात्मक समाधान प्रस्तुत करने में सक्षम है। सीएमएस अलीगंज प्रथम कैम्पस की प्रधानाचार्या शिवानी सिंह ने कहा कि यह सम्मेलन एकता, शान्ति व सौहार्द से परिपूर्ण विश्व व्यवस्था हेतु भावी पीढ़ी को प्रेरित करने में सफल साबित होगा।
विदित हो कि तीन दिवसीय माडल यूनाइटेड नेशन्स (एमयूएम) कान्फ्रेन्स का आयोजन 3 से 5 मई तक सीएमएस अलीगंज प्रथम कैम्पस के विशाल परिसर में किया जा रहा है, जिसमें नेपाल व देश भर के विभिन्न प्रतिष्ठित विद्यालयों के लगभग 600 छात्र प्रतिभाग कर रहे हैं।