शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल में बंद हैं। सोमवार को हुई सुनवाई के बाद कोर्ट ने केजरीवाल को 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। कोर्ट में सुनवाई के दौरान इस मामले में पहली बार आम आदमी पार्टी के दो और नेताओं का नाम सामने आया। ये दोनों नेता दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज हैं। ED की तरफ से कोर्ट में नाम आने के बाद आतिशी ने आज मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
बता दें कि कल कोर्ट में आतिशी और सौरभ भारद्वाज का नाम सामने आने पर दिल्ली के कैबिनेट मंत्री आतिशी ने प्रेस कॉफ्रेंस की जिसमें उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों से पहले आने वाले दो महीनों में दिल्ली में AAP के चार और नेताओं की गिरफ्तारी होगी। जिसमें ये नाम शामिल हैं- सौरभ भारद्वाज, आतिशी, दुर्गेश पाठक और राघव चड्ढा।
इसके बाद आतिशी ने बताया कि बीजेपी ने मेरे करीबी के जरिए कहा है कि अगर मैं बीजेपी में शामिल नहीं होती तो मेरा राजनीतिक करियर नहीं बचेगा और एक महीने के अंदर मुझे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इसके आगे आतिशी ने बताया कि कल ईडी ने एक बयान के आधार पर सौरभ भारद्वाज और मेरा नाम कोर्ट में लिया। इस बयान को उठाने की वजह क्या थी?, आगे वो बोली कि बीजेपी को लगता है कि दिल्ली के सीएम केजरीवाल, मनीष सिसौदिया, संजय सिंह और सत्येन्द्र जैन के जेल में होते हुए भी आम आदमी पार्टी एकजुट है। अब वे इस एकजुटता को खत्म करनी चाहती हैं बीजेपी आम आदमी पार्टी के सभी नेताओं को जेल में डालने की योजना बना रही है।
दिल्ली सरकार में मंत्री और AAP नेता आतिशी ने कहा, मुझे भाजपा में शामिल होने के लिए अप्रोच किया गया है, मुझसे यह कहा गया कि या तो भाजपा में शामिल हो जाऊं।
आपको बता दें कि आप मंत्री आतिशी के मुताबिक बीजेपी की तरफ से उन्हें ये कहा गया है कि वो बीजेपी में शामिल होकर अपना भविष्य सुरक्षित कर लें।