बिहार की सियासत में काफी दिलचस्प रहती है। बिहार के सियासत में कब क्या हो जाएगा, यह सभी को चौंका सकता है। हाल ही में नीतीश कुमार ने महागठबंधन को छोड़कर एनडीए में शामिल हो गए और नवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। महागठबंधन में नीतीश कुमार राजद, कांग्रेस के साथ सरकार चला रहे थे। तेजस्वी यादव उप मुख्यमंत्री थे। हालांकि नीतीश कुमार ने पलटी मारते हुए बीजेपी का दामन थामा।
इन सबके बीच यह भी दावा किया जा रहा है कि नीतीश कुमार आगे भी कभी पलटी मारते हुए लालू खेमे में जा सकते हैं। इसी बीच बिहार विधानसभा में राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के दौरान लालू यादव से सवाल पूछा गया। नीतीश कुमार की महागठबंधन में वापसी की संभावना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा “…’अब आएंगे तो देखेंगे, खुला ही रहता है दरवाजा’” कल मिले थे. बधाई दे दी है।
हालांकि लालू प्रसाद यादव ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार को पाला बदलने की आदत है वहीं आरजेडी सुप्रीमो ने किसान आंदोलन पर भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमलोग किसान आंदोलन के साथ हैं किसानों को पूरा समर्थन है। रोजी और रोजगार खत्म हो गया है। लालू ने यह भी कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की रैली में काफी भीड़ है, हम लोग जीतेंगे।
इस दौरान पत्रकारों के एक सवाल पर कि क्या राहुल गांधी पीएम बनेंगे? इस पर जवाब देते हुए लालू प्रसाद यादव ने कहा कि कोई कमी थोड़ी है कोई कमी नहीं है लालू यादव ने कहा कि हम लोग जीतेंगे।
इससे पहले गुरुवार को नीतीश कुमार द्वारा महागठबंधन को छोड़कर बीजेपी के साथ जाने के कुछ दिनों बाद, नीतीश को बिहार में राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ गर्मजोशी का आदान-प्रदान करते देखा गया।
आपको बता दें कि वर्षों बाद लालू यादव विधानसभा में पहुंचे थे। जब नीतीश कुमार और लालू की मुलाकात हुई तो इस दौरान दोनों के चेहरे पर मुस्कान रही। नीतीश ने सामने से आकर लालू यादव का अभिवादन किया। इस दौरान दोनों ने हल्की मुस्कान दी कुछ बातचीत भी हुई। लालू के साथ पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे।