मणिपुर में फिर हिंसा भड़क गई है। 13 फरवरी की रात भीड़ ने पूर्वी इंफाल जिले के पंगेई में मणिपुर पुलिस प्रशिक्षण कॉलेज (MTPC) पर हमला कर दिया। इस दौरान भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाकर्मियों द्वारा की गई गोलीबारी में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई है।
दरअसल मंगलवार रात को बड़ी संख्या में स्थानीय युवा MTPC गेट पर एकत्र हुए और परिसर में घुसने की कोशिश करने लगे।भीड़ परिसर से हथियार लूटना चाहती थी। इसके बाद सुरक्षा बलों ने गोलीबारी की, जिसमें घायल हुए 24 साल का ओकराम सनाटन की अस्पताल ले जाते हुए मौत हो गई।
इसके अलावा 3 लोग घायल बताए जा रहे हैं। खबर यह भी है कि इस दौरान भारी भीड़ तादाद में हथियार लूटा गया। बता दें कि गोला-बारूद सहित 6 AK-47 राइफल, 4 कार्बाइन, 3 303 राइफल और 2 लाइट मशीनगन लूटकर ले गए।
इसी बीच मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि “कानून-व्यवस्था को देखते हुए केंद्र सरकार ने लोगों को सुरक्षा की भावना देने के लिए तैयारी कर ली हैं। केंद्र ने मुक्त आवाजाही व्यवस्था (FMR) को खत्म कर दिया है और सीमा पर बाड़ लगाने का फैसला किया है। 1961 के बाद राज्य में आने वाले हर व्यक्ति की पहचान की जाएगी और निर्वासित किया जाएगा, चाहे वह किसी भी जाति या समुदाय का हो।”
आपको बता दें कि मणिपुर में 3 मई, 2023 से कुकी और मैतेई समुदायों में जातीय हिंसा जारी है। हिंसा में अब तक करीब 200 लोग मारे जा चुके हैं। हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जाता है कि मरने वालों का आंकड़ा इससे कहीं ज्यादा है।