सदियों के लंबे इंतजार के बाद भव्य राम मंदिर बनकर तैयार है और प्रभु श्रीराम अपनी पूरी भव्यता-दिव्यता के साथ उसमें विराजमान हो रहे हैं। प्रभु श्री राम के मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के पहले नवनिर्मित मंदिर की सजावट और तैयारी जोर-शोर से चल रही है। आए दिन चौंकाने और दंग कर देने वाली खबरें आ रही हैं। राम मंदिर को लेकर एक से बढ़कर एक प्रयोग हो रहे हैं जो अपने आप में कीर्तिमान रच रहे हैं। इन्हीं प्रयोगों में एक बड़ा प्रयोग है 108 फीट लंबी अगरबत्ती का भी है जिससे एक बड़ी इतिहास अयोध्या में रची जा सके।
दरअसल, राम मंदिर में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा की विधियां आज 16 जनवरी से शुरू हो गई हैं इस बीच अयोध्या में गुजरात से लाई गईं 108 फीट की अगरबत्ती को जलाया गया है। आपको बता दें कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास जी महाराज की मौजूदगी में गुजरात से पहुंची 108 फीट की अगरबत्ती जलाई गई यह अगरबत्ती जन्मभूमि के परिसर को सुगंधित करेगी।
अगरबत्ती को बनाने में लगे 6 महीने
गुजरात निवासी अगरबत्ती का निर्माण करने वाले बिहाभरबाड़ ने बताया कि अयोध्या में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है इसके लिए गुजरात में इस अगरबत्ती का निर्माण किया है। देसी गाय का गोबर, देसी गाय का घी, धूप सामग्री सहित अनेक प्रकार की जड़ी बूटियां इसमें मिलाई गई हैं। यह अगरबत्ती गुजरात में तैयार की गई है जिसको बनाने में 6 महीने लगे और इसका वजन 3610 किलो है और इसकी लंबाई 108 फुट है। इस अगरबत्ती की चौड़ाई करीब साढ़े तीन फीट है। 50 किलोमीटर के क्षेत्र में अपनी खुशबू से लोगों को मंत्रमुग्ध करेगी।
जानकारी के मुताबिक, अयोध्या राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। प्राण प्रतिष्ठा के लिए शुभ मुहूर्त का क्षण 84 सेकंड का होगा जो 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से शुरू होकर 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक रहेगा।
और पढ़े :
- ‘बाबा सिद्दीकी से भी बुरा होगा हाल’….सलमान खान को फिर मिली धमकी
- देखते-देखते क्या से क्या हो गए बांग्लादेश पर शेर,न्यूजीलैंड के आगे ढेर हो गए
- लगातार दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने नायब सिंह सैनी, पीएम मोदी की मौजूदगी में ली शपथ
- भाजपा के पहले सक्रिय सदस्य बने पीएम मोदी, योगी ने दी बधाई
- यूपी में नए कॉलेजों और पाठ्यक्रमों की शुरुआत के लिए समय सारणी निर्धारित