नयी दिल्ली। एयर इंडिया एक्सप्रेस ने अपनी 80 से अधिक उड़ान रद्द कर दी हैं और उसकी कई उड़ानों में देरी हुई है क्योंकि टाटा समूह के स्वामित्व वाली विमानन कंपनी में कथित कुप्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन के तौर पर बड़ी संख्या में चालक दल के सदस्यों ने बीमार होने की सूचना दी है। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
एयर इंडिया एक्सप्रेस में एआईएक्स कनेक्ट (पूर्ववर्ती एयरएशिया इंडिया) के विलय की प्रक्रिया चल रही है। कंपनी को मार्च के अंतिम सप्ताह में शुरू हुई ग्रीष्मकालीन अवधि में रोजाना 360 उड़ानों का परिचालन करना है। एयर इंडिया एक्सप्रेस के एक प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी चालक दल के सदस्यों द्वारा बीमार होने की सूचना देने के संबंध में कारणों का पता लगाने के लिए उनसे बातचीत कर रही है। कंपनी ने उड़ानें रद्द होने या इनमें देरी के लिए खेद जताया।
पिछले कुछ समय से, खासतौर पर विलय की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से इसके चालक दल के कुछ सदस्यों में असंतोष व्याप्त है। सूत्रों ने बुधवार को पीटीआई-भाषा को बताया कि एयरलाइन के कथित कुप्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के तौर पर चालक दल के 200 से अधिक सदस्यों ने बीमार होने की सूचना दी है। विमान कर्मियों की कमी की वजह से मंगलवार रात से अब तक 80 से अधिक उड़ान रद्द करनी पड़ी हैं और बड़ी संख्या में उड़ानों में देरी हुई है।
कोच्चि, कालीकट तथा बेंगलुरू समेत अनेक हवाईअड्डों पर कंपनी का विमान परिचालन अवरुद्ध हो गया है। सूत्रों ने बताया कि घरेलू उड़ानों के साथ ही अंतरराष्ट्रीय विमानों के अचानक से रद्द होने के कारण कुछ हवाईअड्डों पर अफरा-तफरी की स्थिति देखी गई। एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, कल रात से अंतिम समय में चालक दल के अनेक सदस्यों के बीमार होने की सूचना मिलने के कारण उड़ानों में देरी हुई या उन्हें रद्द किया गया है।
प्रवक्ता ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में चालक दल के सदस्यों द्वारा बीमार होने की सूचना दिए जाने के कारणों को समझने के लिए कंपनी उनसे बातचीत कर रही है और हमारे दल इस वजह से हमारे ग्राहकों को होने वाली किसी भी असुविधा को दूर करने के प्रयास में सक्रियता से इस मुद्दे पर ध्यान दे रहे हैं। अनपेक्षित अवरोध के लिए ग्राहकों के प्रति खेद जताते हुए प्रवक्ता ने कहा कि उड़ान निरस्त होने की वजह से जो भी यात्री प्रभावित हुए हैं, उन्हें पूरा किराया वापस किया जाएगा अथवा किसी अन्य तारीख पर दूसरी उड़ान में यात्रा का अवसर दिया जाएगा।
एयर इंडिया एक्सप्रेस चालक दल के एक संघ ने पिछले महीने आरोप लगाया था कि विमानन कंपनी में कुप्रबंधन की स्थिति है और कर्मचारियों के साथ समान बर्ताव नहीं किया जा रहा। एयर इंडिया एक्सप्रेस कर्मचारी संघ (एआईएक्सईयू) एक पंजीकृत कर्मचारी संगठन है जो चालक दल के करीब 300 सदस्यों का प्रतिनिधित्व करता है जिनमें अधिकतर वरिष्ठ कर्मी हैं। संघ ने आरोप लगाया था कि कंपनी में कुप्रबंधन ने कर्मचारियों के मनोबल को प्रभावित किया है।
एक महीने पहले ही टाटा समूह की विस्तारा विमानन कंपनी में पायलटों के असंतोष के बाद उसे प्रतिदिन उड़ानों की संख्या में 10 प्रतिशत तक या 25 से 30 उड़ान की कटौती करनी पड़ी थी। अपने विमानन कारोबार को समेकित करने के लिए टाटा समूह एयर इंडिया एक्सप्रेस और एआईएक्स कनेक्ट का विलय कर रहा है, वहीं विस्तारा का विलय एअर इंडिया के साथ कर रहा है। कई हवाई यात्रियों ने बुधवार को एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ानें अचानक रद्द होने के बारे में सोशल मीडिया पर नाराजगी प्रकट की।