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लखनऊ ।76वां गणतंत्र दिवस लखनऊ में अत्यंत धूमधाम और भव्यता के साथ मनाया गया। राज्य प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण रही परेड, जिसमें भारतीय सेना, राज्य बलों, सीआरपीएफ और विभिन्न स्कूलों तथा कॉलेजों की कुल 67 टुकड़ियों ने हिस्सा लिया।
परेड की शुरुआत सुबह के समय प्रतिष्ठित विधान सभा मार्ग से हुई, जो दर्शकों से भरपूर था। लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए थे, ताकि इस ऐतिहासिक दिन की शोभा बढ़ाने वाली परेड को देख सकें। इस मौके पर भारतीय सेना ने अपनी परेड में विशिष्ट भूमिका निभाई, जिसमें असम रेजिमेंट और कुमाऊं रेजिमेंट की टुकड़ियों ने अनुशासन, सटीकता और जोश के साथ प्रदर्शन किया।
परेड का नेतृत्व असम रेजिमेंट के मेजर एचएस गिल ने किया, जिन्होंने अपनी सेना की पेशेवर दक्षता और अनुशासन का शानदार उदाहरण प्रस्तुत किया। उनके नेतृत्व में सेना ने इस परेड को एक उच्च मानक तक पहुँचाया। इसके अलावा, परेड में सेना के दो पाइप बैंड और दो ब्रास बैंड भी शामिल थे, जिन्होंने समारोह में जीवंतता और रंग भर दिया, जिससे दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए।
इस परेड में एक और महत्वपूर्ण आकर्षण था – आधुनिक सैन्य उपकरणों का प्रदर्शन। इसमें बीएमपी-2 इन्फैंट्री कॉम्बैट वाहन, 105 मिमी लाइट फील्ड गन और हाल ही में भारतीय सेना में शामिल किए गए लाइट स्ट्राइक वाहन प्रमुख रूप से शामिल थे। इन उपकरणों ने भारतीय सेना की संचालात्मक तत्परता और आधुनिकता की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को दर्शाया।
गणतंत्र दिवस की इस भव्य परेड ने न केवल भारतीय सेना की शक्ति को प्रदर्शित किया, बल्कि नागरिकों में राष्ट्रीय एकता और गौरव की भावना को भी प्रगाढ़ किया। पूरे कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे, ताकि किसी भी तरह की असुविधा से बचा जा सके और जनता को एक सुरक्षित माहौल में इस आयोजन का हिस्सा बनने का मौका मिले।