बेटी वसवी शुक्ला के जन्मदिन पर माता-पिता ने लोहिया इंस्टीट्यूट में दिनभर की नि:शक्त तीमारदारों की भोजन-चाय सेवा
‘श्री राजीव शुक्ला ने विजयश्री फाउन्डेशन सेवा संस्थान में रह रहे निशक्त तीमारदारों के लिए 101 कम्बल और कपड़े बांटे

लखनऊ। ‘बेटी वसवी शुक्ला’ के जन्मदिन के शुभअवसर पर सौजन्य पिता ‘श्री राजीव शुक्ला जी , माँ श्रीमती शिखा शुक्ला जी, भाई सार्थक शुक्ला एवं समस्त शुक्ला परिवार ने विजय श्री फाउन्डेशन के माध्यम से परिवार के साथ लोहिया इंस्टीट्यूट में कैंसर व असाध्य रोगों से पीड़ित नि:शक्त तीमारदारों की दिनभर भोजन सेवा और चाय सेवा की गयी I
‘बेटी वसवी शुक्ला’ के जन्मदिन पर पिता ‘श्री राजीव शुक्ला जी , माँ श्रीमती शिखा शुक्ला जी, भाई सार्थक शुक्ला ने इस तरह अपने हाथो से जरुरतमंदो की भोजन सेवा करके सेवा परमो धर्मः विचार को बल प्रदान किया।
विदेश में रहकर भी नहीं भूले अपने भारतीय संस्कृति और संस्कार : आज भले ही श्री राजीव शुक्ला का परिवार विदेश में रह रहे हैं, लेकिन भारत और भारतीयता उनकी रगो में संस्कार बनकर बहती है। जिस देश में हैं, वहां अपनी संस्कृति और परांपराओं के लिए हमेशा कार्य करते हैं। चाहे हमारे, जन्मदिन उत्सव हों या फिर भाषा, परंपराओं को सहेजना हो या धर्म का अलख जगाना हो, राजीव शुक्ला जी हमेशा आगे रहते हैं। इसी का परिणाम है कि आज अपनी बेटी वसवी शुक्ला’ के जन्मदिन को बड़ी सादगी और निशक्त तीमारदारों की सेवा कर सेवा दिवस के रूप में मनाया गया ।
बेटी वसवी शुक्ला ने अपने जन्मदिन को अनूठे अंदाज में मनाने का निर्णय लिया।आज आपने इस पुनीत कार्य में अपना सहयोग प्रदान कर जरूरतमंदों को भोजन प्रदान कर उनकी पीड़ा को कम करने का सार्थक प्रयास किया। इसके चलते आज बहुत से लोगों ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया। ‘ वसवी शुक्ला’ के जन्मदिन पर समस्त परिवार ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि असहाय नि:शक्तजनों की सेवा करना व उनके दु:खों को कम करना हमारी निगाह में मानवता की सबसे बड़ी सेवा है और समाज के प्रबुद्ध तबके को भी नर सेवा नारायण सेवा पुनीत कार्य में बढ़-चढ़कर सहभागी बनना चाहिए।
ठंड से बचाव के लिए 101 कम्बल और कपड़े बांटे : ‘जाड़े की जैसे ही शुरुआत हुई, तो निर्धन व असहाय लोगों के बीच कंबल व गर्म कपड़ा बांटने के लिए सामाजिक लोगों के हाथ भी आगे बढ़ने लगे और ठंड के ठिठुरते लोगों को थोड़ी राहत देने के अभियान में जुटने लगे हैं। वहीं आज अपनी बेटी वसवी शुक्ला’ के जन्मदिन के शुभअवसर पर पिता ‘श्री राजीव शुक्ला ने विजयश्री फाउन्डेशन सेवा संस्थान में रह रहे निशक्त तीमारदारों के लिए 101 कम्बल और कपडों का वितरण किया गयाI
गरीब निर्धन व असहाय की सेवा करना सबसे बड़ा धर्म : ‘बेटी वसवी शुक्ला’ के जन्मदिन पर पिता ‘श्री राजीव शुक्ला उस बताया कि गरीब निर्धन व असहाय के सेवा करना ही सबसे बड़ा धर्म है। गरीबों का भी अपना कर्तव्य होता है। वह अपने बच्चों को शिक्षित करे, जिससे वह शिक्षित बनकर देश समाज की सेवा कर सके। आयोजित कार्यक्रम के तहत जरूरतमंद लोगों को कंबल व शर्ट के साथ गर्म कपड़े उपलब्ध कराए गए। गर्म कपड़े वितरण में विजय श्री फाउन्डेशन प्रसादम सेवा संस्थान के लोहिया इंस्टिट्यूट, बलरामपुर अस्पताल और मेडिकल कॉलेज लखनऊ के रैन बसेरे में कैंसर से पीड़ित इलाज के लिए आये निशक्त तीमारदारों को कम्बल और कपड़े बांटे गए है I इस मौके पर मौके पर बर्थ डे गर्ल वसवी शुक्ला, पिता राजीव शुक्ला, मम्मी शिखा शुक्ला, भाई सार्थक शुक्ला सहित समस्त शुक्ला परिवार सहित कई लोग मौजूद रहे।
माता जी के नाम से मेडिकल कॉलेज में बनवाये रैन बसेरे : विजयश्री फाउन्डेशन के संरक्षक श्री राजीव शुक्ला ने अपनी माता जी के नाम से मेडिकल कॉलेज रैन बसेरे बनवाये है I जहा लगभग 400 लोग रुक रहे है और आसानी से अपने मरीज का इलाज करवा रहे है। इस रैन बसेरे में पलंग, विस्तर, रजाई, तकिया, पीने के लिए पानी,शौचालय और स्नान घर है।
विजयश्री फाउन्डेशन के संरक्षक श्री राजीव शुक्ला जी ने कहा की प्रसादम सेवा यज्ञ में राशन की आहुति प्रदान करने से मिली संतुष्टि से मुझे सच्ची खुशी मिलती है और हमारी निगाह में सेवा ही परम धर्म है । इस बारे में फ़ूडमैन विशाल सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि समाज और संसार में दया ही श्रेष्ठ धर्म है। अपने से दीन-हीन, असहाय, अभावग्रस्त, आश्रित, वृद्ध, विकलांग, जरूरतमंद व्यक्ति पर दया दिखाते हुए उसकी इसके सेवा और सहायता करने से ही समाज उन्नति करेगा।
उन्होंने आगे बताया कि लखनऊ के 3 अस्पताल-मेडिकल कॉलेज लखनऊ, बलरामपुर अस्पताल, लोहिया संस्थान लखनऊ में दोपहर के समय लगभग 1000 निःशक्त तीमारदारों को निःशुल्क भोजन सेवा समाज से सार्थक ऊर्जावान सेवादार साथियों के माध्यम से ही संभव हो पा रहा है।
फ़ूडमैन विशाल सिंह ने वसवी शुक्ला के जन्मदिन को इस तरह से मनाने के लिए इस पुण्य कार्य के लिए उनके पूरे परिवार का आभार जताया और पूरे संगठन की तरफ से ‘वसवी शुक्ला को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई दी। और सौजन्य पिता ‘श्री राजीव शुक्ला जी , माँ श्रीमती शिखा शुक्ला जी, भाई सार्थक शुक्ला एवं समस्त शुक्ला परिवार का कोटि -कोटि धन्यवाद किया I
उन्होंने कहा कि नर सेवा नारायण सेवा का यह पुनीत मिशन बिना आप साथियों के सहयोग के बिना संभव नहीं है। अत:आप भी इस पुनीत कार्य में बढ़चकर सहभागी बने।