गोरखनाथ मंदिर में दंडाधिकारी की भूमिका में नज़र आएंगे सीएम योगी, लगेगी संतों की अदालत
आज देशभर में हर्षोउल्लास के साथ विजयदशमी मनाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गोरखपुर दौरे का आज तीसरा दिन है।

स्पेशल रिपोर्ट-अवंतिका यादव
लखनऊ । आज देशभर में हर्षोउल्लास के साथ विजयदशमी मनाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गोरखपुर दौरे का आज तीसरा दिन है। इस मौके पर सीएम योगी के आवास गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर का नजारा कुछ अलग ही अंदाज़ मे होता है जिसे देखते ही बनता है। दरअसल आज यहां संतों की अदालत लगेगी और सूबे के मुखिया एवं गोरक्षपीठाधीश्वर सीएम योगी आदित्यनाथ दंडाधिकारी की भूमिका में नज़र आने वाले है।
सीएम योगी ने गोरक्षपीठ में नाथ परंपरा के मुताबिक, भगवान श्रीनाथ की विशेष पूजा अर्चना की। आज विजयदशमी के इस शुभ अवसर पर गोरखपुर में भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। इस दौरान मुख्यमंत्री गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में रथ पर सवार होंगे। आपको बता दें कि हर साल विजयदशमी के मौके पर गोरखनाथ मंदिर में अदालत लगती है और इस साल भी आज शाम यहां संतों की अदालत लगेगी।
सीएम योगी इस अदालत में संतों के विवादों का निपटारा करेंगे यह अदालत लगभग 3 घंटे होते है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी वहां उपस्थित लोगों को संबोधित भी करेंगे। जानकारी के मुताबिक, सीएम योगी का रात्रिविश्राम गोरखनाथ मंदिर में होगा।
आपको बता दें कि नाथपंथ की शीर्ष संस्था अखिल भारतवर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा की स्थापना सन् 1939 में महंत दिग्विजय नाथ द्वारा की गई थी। वह इसके आजीवन राष्ट्र अध्यक्ष रहे। उनके ब्रह्मलीन होने के बाद 1969 में यह जिम्मेदारी उनके उत्तराधिकारी महंत अवेधनाथ के पास आ गई। इसके बाद 25 सितंबर 2014 को इसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास आ गई।