स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की पत्नी का शहीद पार्क में धरना प्रदर्शन, अधिकारियों से लगाई न्याय की गुहार
एक ओर पूरा देश महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी का जयंती मना रहा है तो वहीं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की पत्नी अपना अधिकार पाने के लिए अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाते हुए भटक रही है।

लखनऊ । एक ओर पूरा देश महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी का जयंती मना रहा है, सरकार द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव भी जोरों से मनाया जा रहा है, जिसका प्रचार प्रसार भी बड़े पैमाने पर हो रहा है। मगर एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की पत्नी अपना अधिकार पाने के लिए अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाते हुए भटक रही है। यही नहीं गांधी जयंती के अवसर पर शहर के शहीद पार्क में वृद्ध महिला अपने परिजनों के साथ धरने पर बैठ गई। मामले की जानकारी मिलते ही उप जिलाधिकारी सदर पहुंचे और प्रार्थना पत्र लेते हुए कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया।
सदर विकासखंड के ग्राम माल्हेपुर निवासी भूरा देवी पत्नी स्व रामदीन ने दिबियापुर रोड पर स्थित शहीद पार्क में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान उनके साथ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संगठन के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। भूरा देवी ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके पति स्वर्गीय रामदीन स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे जिनकी मृत्यु वर्ष 1998 में हो गई थी। पति की मौत के बाद मिलने वाली सम्मान पेंशन वर्ष 2014 तक मिली। 16 वर्ष तक मिलने वाली पेंशन बिना किसी नोटिस एवं सूचना के बाद केंद्र सरकार ने रोक दी, जिसके संबंध में कई बार चक्कर लगाए और लखनऊ में भी पेंशन शुरू कराए जाने की गुहार लगाई। कई प्रार्थना पत्र देने के बाद जब सुनवाई नहीं हुई तब मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र दिया। वर्ष 2014 से रुकी हुई पेंशन 18 माह बाद वर्ष 2016 में मिलना शुरू हुई। जिसके 5 वर्ष बाद मार्च 2021 में फिर से बिना किसी सूचना के पेंशन बंद कर दी गई।
भूरा देवी ने बताया कि वह बीमार थी और मौत से संघर्ष कर रही थी। पुत्र एवं पुत्री ने कर्ज लेकर इलाज कराया। जब स्वस्थ हुई तो उसने स्वतंत्रता सेनानी संगठन के अध्यक्ष से संपर्क किया। बताया कि उसके पास एक पत्र स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पेंशन से संबंधित कार्यालय नई दिल्ली से आया था। वह आरक्षित है और उसके बच्चे भी इतने योग्य नहीं है जो आए हुए पत्र का जवाब दे पाए। उसे पत्र के अनुसार जो भी साक्षय पेंशन विभाग कार्यालय नई दिल्ली के अधिकारियों द्वारा मांगे गए थे वह सभी प्रमाणित करते हुए जून 2023 में संगठन के जिला अध्यक्ष के द्वारा भेज दिए गए। इसके बाद 24 अगस्त को एक प्रार्थना पत्र दोबारा से कार्यालय से आया। इसके बाद कुछ प्रमाण मांगे गए थे वह उसने 16 सितंबर को भेज दिए। मगर अब तक उसकी रुकी हुई पेंशन शुरू नहीं हो सकी है। जिसके चलते उसने शहीद पार्क में धरना प्रदर्शन देते हुए राष्ट्रपति को एक संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी सदर को सौंपा है।
जैसे ही धरने पर बैठने की जानकारी जिला प्रशासन को हुई तो उनमें हड़कंप मच गया और आनन-फानन में उप जिलाअधिकारी सदर अखिलेश कुमार शहीद पार्क पहुंचे और उन्होंने कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया। आपको बता दें कि धरने में मुख्य रूप से जिला अध्यक्ष राजेश प्रताप सिंह, प्रदेश अध्यक्ष निशा सिंह, भूरा देवी की पुत्रवधू शकुंतला, पुत्री उर्मिला देवी, पुत्र हरी बाबू, श्री प्रकाश, दामाद हरिश्चंद्र, नाती गुरु वचन सहित अन्य लोग धरने पर बैठे हुए थे।