
लखनऊ। भरतनाट्यम प्रतिपादक सरोजा वैद्यनाथन का 86 वर्ष की उम्र में कैंसर से निधन हो गयाI भरतनाट्यम नृत्यांगना पद्मभूषण सरोजा वैद्यनाथन के निधन पर लखनऊ के संगीतकारों ने गहरा शोक जताया। कैंसर के चलते गुरुवार सुबह उनका दिल्ली स्थित आवास पर निधन हो गया। डॉ. सरोजा ने बीती 19 सितंबर को अपना 86वां जन्मदिन मनाया था।
उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार दोपहर दो बजे लोधी श्मशान घाट दिल्ली पर होगा। डॉ. सरोजा को उत्तर भारत से लेकर पूरे देश और विदेशों में भरतनाट्यम को ख्याति दिलाने का श्रेय दिया जाता है। उनके निधन की खबर पर लखनऊ के कलाजगत में शोक की लहर दौड़ गई। भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय असिस्टेंट प्रोफेसर ज्ञानेंद्र बाजपेयी ने गहरा शोक जताया।
उन्होंने कहा कि बिहार से 1972 में ही डॉ. सरोजा दिल्ली आ गईं। डॉ. सरोजा ने नई दिल्ली में गणेश नाट्यालय खोला। आज 15 देशों में उनके स्कूल हैं। शास्त्रीय गायन विभाग के वरिष्ठ शिक्षक प्रो. कमलेश दुबे ने बताया कि वो बड़ी कलाकार थीं।
अच्छी परफार्मेंस दीं। भरतनाट्यम के जरिए सिर्फ तमिल ही नहीं, हिंदी के गद्य पदों पर कालजयी नृत्य सरंचनाओं का सृजन किया। तुलसी, कबीर और मीराबाई की रचनाओं पर सृजन किया। उन्होंने हिंदी कथानकों पर काम कर अपनी अलग पहचान दी है।