पोती इशिता का जन्मदिवस ‘दादा डीएस शुक्ला’ ने निशक्त तीमारदारों की भोजन सेवा कर ‘सेवा दिवस’ के रूप में मनाया
दादा डीएस शुक्ला एवं समस्त परिवार ने लोहिया व मेडिकल इंस्टीट्यूट में कैंसर व असाध्य रोगों से पीड़ित नि:शक्त तीमारदारों के बीच जलाई सेवा की जोत

लखनऊ। परोपकारी बन मिले, सब से ही आशीष, जैसे-जैसे हम झुके, उठे गर्व से शीश। ये पंक्तियां शुक्रवार को को तब सार्थक हो गई जब दादा डीएस शुक्ला व समस्त परिवार पोती इशिता के जन्मदिन पर आज लोहिया इंस्टीट्यूट व मेडिकल कॉलेज लखनऊ में विजयश्री फाउंडेशन- प्रसादम सेवा के माध्यम से असाध्य रोगों से पीड़ित निशक्त तीमारदारों की भोजन सेवा करके नर सेवा नारायण सेवा के विचार को सार्थक करते हुए अपनी खुशियां साझा की और जन्मदिन को सेवा दिवस के रूप मनाया I
‘इशिता’ के जन्मदिन पर इस तरह अपने हाथो से जरुरतमंदो की भोजन सेवा करके सेवा परमो धर्मः विचार को बल प्रदान किया। दादा डीएस शुक्ला एवं समस्त शुक्ला परिवार ने ‘इशिता’ का जन्मदिन अनूठे अंदाज में मनाने का निर्णय लिया।
श्री डीएस शुक्ला ने तीमारदारों को अपने हाथों से भोजन कराया। श्री डीएस शुक्ला जी ने कहा कि विजयश्री फाउंडेशन- प्रसादम सेवा के माध्यम से असहाय नि:शक्तजनों की सेवा करने का अवसर मिला इसके लिए विजयश्री फाउंडेशन- प्रसादम सेवा मालिक श्री विशाल सिंह फ़ूडमैन जी को देना चाहता हूँ । उन्होंने कहा कि मुझे इस तरह इस पुनीत कार्य में सहभागी बन नर सेवा नारायण सेवा विचार को बढ़ाने की बड़ी पहल का साझेदार बन कर अपार खुशी मिली है।
उन्होंने कहा कि प्रसादम सेवा यज्ञ में राशन की आहुति प्रदान करने से मिली संतुष्टि से मुझे अनमोल खुशी का एहसास हुआ है। मैं जब भी समय मिले इस पुनीत कार्य में सहभागी बनने को तैयार हूं।
इस अवसर पर इशिता ने कहा कि मुझे सबसे ज्यादा सच्ची खुशी मिली है कि अपने परिवार के संग अपने जन्मदिन को इस अनूठे अंदाज में मनाकर आज दूसरो की सेवा करके आशीर्वाद लिया । बर्थडे गर्ल इशिता ने कहा कि सेवा ही परम धर्म है और दूसरों की सेवा करने में ही सच्ची खुशी मिलती है। इशिता ने विजयश्री फाउंडेशन- प्रसादम सेवा के पहल को सराहा और नर सेवा नारायण सेवा विचार को बढ़ाने की बड़ी पहल का साझेदार बन कर काफी खुशी मिली है।
वहीं दूसरी ओर श्री शुक्ला जी ने कहा कि विशाल सिंह द्वारा अस्पताल में आधुनिक रैन बसेरों का भी संचालन किया जा रहा हैं जहां तीमारदारों को एक छत के नीचे भोजन और रात गुजारने का आश्रय मिलता है। यह मानवीय कार्य फूडमैन विशाल सिंह की विचारधार से प्रेरित लोगों के हृदय में पनप रहा है ।
बताते चले कि जीवन में सबसे बड़ी सेवा है मानव सेवा के विचार के साथ फूडमैन विशाल सिंह ने 15 साल पहले मानव सेवा के मिशन की शुरुआत की थी।उन्होंने शुरुआत में केजीएमयू में प्रसादम सेवा के माध्यम से नि:शक्त जनो की सेवा शुरू की। वो पिछले 1५ साल से विजय श्री फाउंडेशन प्रसादम सेवा के माध्यम से शहर के विभिन्न अस्पतालों में जरूरतमंद तीमारदारों की निःशुल्क भोजन सेवा का काम कर रहे है जिसके चलते उन्हें फ़ूडमैन की उपाधि मिली।
कोविड-19 महामारी की पहली लहर के दोरान फूडमैन विशाल सिंह द्वारा राहत एवं आपदा आयुक्त कार्यालय, जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, यूपी रोडवेज, आयुष विभाग नगर निगम के साथ मिलकर साढे़ सात लाख से से अधिक जरूरतमंद लोगों को भोजन एवं आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई गई थी।
इसी के साथ महामारी की दूसरी लहर में जिला प्रशासन ने डीआरडीओ अटल बिहारी वाजपेई कोविड अस्पताल, हज हाउस कोविड-19 हस्पताल में तीमारदारों, मेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मचारी सुरक्षा कर्मचारी आदि की निःशुल्क भोजन सेवा की जिम्मेदारी बखूबी निभाई।