हमीरपुर : गर्भवती महिला की अस्पताल में हुई मौत, परिजनों नें लापरवाही का लगाया आरोप, मचा हंगामा
जिला महिला अस्पताल मे सीएचसी से रेफर की गयी गर्भवती महिला की इलाज के दौरान मौत हो गयी। परिजनों नें डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया

लखनऊ । हमीरपुर जिला महिला अस्पताल मे सीएचसी से रेफर की गयी गर्भवती महिला की इलाज के दौरान मौत हो गयी। परिजनों नें डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया, हंगामा होने पर मौके से पुलिस पहुंची और परिजनों को समझा बुझाकार मामले को शांत कराय। मृतक़ा के परिजनों नें सीएमओ से शिकायत कर कार्यवाही की मांग की। आपको बता दें कि यह मामला हमीरपुर जिला महिला अस्पताल का है।
मौत के बाद अस्पताल में परिजनों नें मचाया हंगामा
मौदाहा कस्बा निवासी मुहम्मद मुसर्फ की पत्नी शाहीन को बुधवार शाम को प्रसव पीड़ा हुई, पति उसे लेकर मौदहा सीएचसी पहुंचा तो चेकअप के बाद शाहीन को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। रात मे महिला को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। देर रात शाहीन की यहां भी हालत बिगड़ गई और सुबह शाहीन की मौत हो गई। इससे परिजन भड़क गए और उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया। अस्पताल में हंगामा की खबर मिलते ही कोतवाली से पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया, जिसके बाद परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया गया।
मृतका की मां ने बताया कि शाहीन के इलाज में लापरवाही बरती गई है, मौदहा से रात में लेकर आए थे, यहां ड्रिप लगाकर इंजेक्शन लगाया गया जिसके बाद से हालत बिगड़नी शुरू हो गई। कई बार रात में स्टाफ को बताया भी गया, मगर किसी ने ध्यान नहीं दिया और सुबह होते ही उसकी मौत हो गई। इस सम्बन्ध में परिजनों ने सीएमओ से शिकायत कर कार्रवाई कराए जाने की मांग की है।
इस संबंध में जिला महिला अस्पताल की डॉ.फौजिया अंजुम नोमानी ने बताया कि शाहीन को यहां बेहद गंभीर हालत में लाया गया था। वह गंभीर गर्भावस्था से गुजर रही थी। इससे पहले इसका इलाज़ प्राइवेट अस्पताल में परिजनों ने कराया था, जिसकी रिपोर्ट को मांगने पर भी नहीं दिखाया गया। आगे उन्होने बताया कि डॉ.प्रतीक्षा सिंह ने शाहीन का चेकअप किया था, जिसमें उसका ब्लड प्रेशर हाई था और इस दौरान उसे झटके भी आ रहे थे। हमने कानपुर ले जाने की सलाह दी, लेकिन परिजन यहीं इलाज कराए जाने की बात पर अडिग रहे। जिसके बाद हमारी टीम ने सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए उपचार करना शुरू किया, लेकिन दुर्भाग्य से उसे बचाया नहीं जा सका।