नहीं रहा चिड़ियाघर का बब्बर शेर पृथ्वी, अकेली रह गई शेरनी वसुंधरा
पृथ्वी लखनऊ चिड़ियाघर में अकेला शेर था, लेकिन उसकी मौत के बाद वसुंधरा अब अकेली रह गई है।

लखनऊ के चिड़ियाघर में एकलौते बब्बर शेर पृथ्वी की मौत हो गई। पृथ्वी पिछले एक हफ्ते से बीमार था। डॉक्टरों की टीम उसपर करीबी नजर बनाए हुए थे और इसकी हेल्थ को मॉनिटर कर रहे थे।लेकिन बावजूद इसके उसकी हालत सुधरने का नाम नहीं ले रही थी। पृथ्वी लखनऊ चिड़ियाघर में अकेला शेर था, लेकिन उसकी मौत के बाद वसुंधरा अब अकेली रह गई है।
बब्बर शेर पृथ्वी की उम्र 17 वर्ष थी, उसे लखनऊ चिड़ियाघर की शान कहा जाता था। वृद्धावस्था की वजह से उसने दम तोड़ दिया है। तमाम कोशिशों के बाद भी पृथ्वी को बचाया नहीं जा सका। पिछले 8 साल से वह लखनऊ चिड़ियाघर में अपने परिवार के साथ रह रहा था।डॉक्टरों का कहना है कि पृथ्वी काफी बुजुर्ग हो गया था और उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। कार्डियो रेस्पिरेटरी फेल होने की वजह से पृथ्वी की मौत हो गई। पृथ्वी को 2015 में लखनऊ चिड़ियाघर लाया गया था। उसके चार बच्चे् थे।
पृथ्वी और वसुंधरा के चार बच्चे हैं, जिसमे से तीन बच्चे चिड़ियाघर में ही हैं। चिड़ियाघर की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि लॉयन पृथ्वी की मौत स्वास्थ्य खराब होने की वजह से हो गई, वह एक हफ्ते से बीमार था।पृथ्वी 14 जून से अपने पैर का इस्तेमाल नहीं कर पा रहा था और उसकी तबीयत लगातार गिर रही थी। पृथ्वी ने कुछ भी सॉलिड खाना बंद कर दिया था। वह फ्लूड के जरिए पिछळे कुछ दिनों से जीवनयापन कर रहा था।
चिड़ियाघर में पृथ्वी की देखरेख करने वाले और डॉक्टरों की टीम लगातार शेर पर अपनी नजर बनाए हुए थी, लेकिन बावजूद इसके उसकी तबीयत सुधर नहीं रही थी। पृथ्वी की मौत के बाद 5 डॉक्टरों की टीम ने उसका पोस्टमार्टम किया।पृथ्वी को 2015 में छत्तीसगढ़ से लाया गया था। उसे शेरनी वसुंधरा के साथ लखनऊ के चिड़ियाघर लाया गया था। वसुंधरा ने उसी साल 4 बच्चों को जन्म दिया था। जिसमे से तीन शेर चिड़ियाघर में ही हैं।