लखनऊ विश्वविद्यालय और इंटेक के बीच हुआ करार
कुलपति प्रो आलोक कुमार राय और इंटेक के ए एंड एमएच डिवीजन के प्रधान निदेशक नीलाभ सिन्हा सहित सम्मानित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के पुस्तकालय और सूचना विज्ञान विभाग ने इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (इंटेक) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये। समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आलोक कुमार राय और इंटेक के ए एंड एमएच डिवीजन के प्रधान निदेशक नीलाभ सिन्हा सहित सम्मानित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
यह अग्रणी समझौता एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है क्योंकि पुस्तकालय और सूचना विज्ञान विभाग दुनिया में संरक्षण केंद्रों के सबसे बड़े नेटवर्क इंटेक के साथ हाथ मिलाने वाला भारत का पहला विभाग बन गया है।समझौता ज्ञापन पुस्तकालय विज्ञान के छात्रों के लिए एक समृद्ध शिक्षण अनुभव की नींव रखता है, जिसमें विभिन्न दस्तावेजी संसाधनों, पांडुलिपियों, दुर्लभ पुस्तकों, पुरानी पेंटिंग और स्वदेशी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने पर मुख्य ध्यान दिया गया है।
इस सहयोग के माध्यम से इंटेक प्रशिक्षण कार्यशालाओं और इंटर्नशिप कार्यक्रमों जैसी शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन करेगा, जिससे छात्रों को अनुभवी पेशेवरों से सीखने और संरक्षण और संरक्षण तकनीकों की सैद्धांतिक अवधारणाओं को लागू करने के मूल्यवान अवसर मिलेंगे।
पुस्तकालय विज्ञान के छात्र अभिलेखागार, संग्रहालय, कला दीर्घाओंं, राज्य सूचना केंद्रों और रामपुर रजा लाइब्रेरी और खुदा बख्श ओरिएंटल पब्लिक लाइब्रेरी जैसे प्रसिद्ध विरासत पुस्तकालयों में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने में सक्षम होंगे। यह व्यावहारिक दृष्टिकोण उन्हें देश के भीतर और विदेशों में भारत की समृद्ध बौद्धिक और सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा और संरक्षण में अपने ज्ञान और कौशल को लागू करने में सक्षम करेगा।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने सहयोग के लिए अपना उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि विभाग की यह पहल भावी पीढ़ियों के लिए हमारी विरासत को संरक्षित और संरक्षित करने में समाज और देश की सेवा करने का एक प्रयास है।एमओयू पर लविवि की डीन अकादमिक प्रो पूनम टंडन, इंटेक के निदेशक डॉ. धर्मेन्द्र मिश्रा, विभागाध्यक्ष प्रो बबीता जायसवाल और पुस्तकालय और सूचना विज्ञान विभाग की डॉ. अंजलि गुलाटी की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए।