लोहिया इंस्टीट्यूट में नि:शक्त तीमारदारों की भोजन सेवा से मना पाविका सिंह का जन्मदिन
लोहिया इंस्टीट्यूट में कैंसर व असाध्य रोगों से पीड़ित नि:शक्त तीमारदारों के बीच जलाई सेवा की जोत

लखनऊ। पाविका सिंह की जन्मदिन पर पुत्री श्रीमती हेमा सिंह एवं प्रवीण चौहान जी ने लोहिया इंस्टीट्यूट लखनऊ में कैंसर व असाध्य रोगों से पीड़ित नि:शक्त तीमारदारों की भोजन सेवा से मनाया जन्मदिन।
उन्होंने इस तरह अपने हाथो से जरुरतमंदो की भोजन सेवा करके सेवा परमो धर्मः विचार को बल प्रदान कियापुत्री श्रीमती हेमा सिंह एवं प्रवीण चौहान जी ने पाविका सिंह जी का जन्मदिन अनूठे अंदाज में मनाने का निर्णय लिया।आज आपने इस पुनीत कार्य में अपना सहयोग प्रदान कर जरूरतमंदों को भोजन प्रदान कर उनकी पीड़ा को कम करने का सार्थक प्रयास किया। इसके चलते आज बहुत से लोगों ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया।
पाविका सिंह जी के जन्मदिन पर पुत्री श्रीमती हेमा सिंह एवं प्रवीण चौहान जी सहित परिजनों ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि असहाय नि:शक्तजनों की सेवा करना व उनके दु:खों को कम करना हमारी निगाह में मानवता की सबसे बड़ी सेवा है और समाज के प्रबुद्ध तबके को भी नर सेवा नारायण सेवा पुनीत कार्य में बढ़-चढ़कर सहभागी बनना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रसादम सेवा यज्ञ में राशन की आहुति प्रदान करने से मिली संतुष्टि से मुझे सच्ची खुशी मिलती है और हमारी निगाह में सेवा ही परम धर्म है।इस बारे में फ़ूडमैन विशाल सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि समाज और संसार में दया ही श्रेष्ठ धर्म है। अपने से दीन-हीन, असहाय, अभावग्रस्त, आश्रित, वृद्ध, विकलांग, जरूरतमंद व्यक्ति पर दया दिखाते हुए उसकी इसके सेवा और सहायता करने से ही समाज उन्नति करेगा।
उन्होंने आगे बताया कि लखनऊ के 3 अस्पताल-मेडिकल कॉलेज लखनऊ, बलरामपुर अस्पताल, लोहिया संस्थान लखनऊ में दोपहर के समय लगभग 1000 निःशक्त तीमारदारों को निःशुल्क भोजन सेवा समाज से सार्थक ऊर्जावान सेवादार साथियों के माध्यम से ही संभव हो पा रहा है।
फ़ूडमैन विशाल सिंह ने पाविका सिंह के जन्मदिन पर पुत्री श्रीमती हेमा सिंह एवं प्रवीण चौहान जी द्वारा किये गए इस पुण्य कार्य के लिए उनके पूरे परिवार का आभार जताया और पूरे संगठन की तरफ से चिरंजीव शिवांश अग्रवाल को जन्मदिन की बधाई दी।उन्होंने कहा कि नर सेवा नारायण सेवा का यह पुनीत मिशन बिना आप साथियों के सहयोग के बिना संभव नहीं है। अत:आप भी इस पुनीत कार्य में बढ़चकर सहभागी बने।