भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने नीदरलैंड को 2-। से हराया
कप्तान हरमनप्रीत सिंह (15वें मिनट) और दिलप्रीत सिंह (50वें मिनट) ने भारत के लिए गोल दागे।

बार्सीलोना । भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने रविवार को यहां स्पेन हॉकी महासंघ की 100वीं वर्षगांठ पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में तीसरे और चौथे स्थान के मुकाबले में गत एफआईएच हॉकी प्रो लीग चैंपियन नीदरलैंड को 2-। से हराया। कप्तान हरमनप्रीत सिंह (15वें मिनट) और दिलप्रीत सिंह (50वें मिनट) ने भारत के लिए गोल दागे।
नीदरलैंड की ओर से एकमात्र गोल थियेरी ब्रिंकमैन ने 25वें मिनट में किया। मैच में सभी गोल पेनल्टी कॉर्नर पर हुए। भारतीय टीम अब मंगलवार तड़के चेन्नई पहुंचेगी जहां उसे मेयर राधाकृष्णन हॉकी स्टेडियम में तीन अगस्त से एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी में हिस्सा लेना है।
वहीं, भारतीय पुरुष हॉकी टीम बनाम नीदरलैंड के बीच मुक़ाबला बुधवार को चार देशों के टोरनेओ डेल सेंटेनारियो 2023 टूर्नामेंट में 1-1 से ड्रॉ रहा। यह मैच स्पेन के टेरासा में खेला गया था। भारत की तरफ से कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 12वें मिनट में एकमात्र गोल किया, जबकि नीदरलैंड के ब्रिंकमैन जैस्पर ने 39वें मिनट में गोल दागा।
हॉकी वर्ल्ड रैंकिंग में चौथे स्थान पर काबिज़ भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शानदार शुरुआत करते हुए पहले क्वार्टर में बढ़त हासिल की, जब कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने एक पेनल्टी कॉर्नर को 12वें मिनट में गोल में तब्दील कर टीम का खाता खोला।स्पेन के ख़िलाफ़ मिली हार के बाद भारतीय टीम ने बुधवार को नीदरलैंड के ख़िलाफ़ अपने अटैक और डिफ़ेंस पर ख़ास ध्यान दिया।
दूसरे क्वार्टर में भारतीय हॉकी टीम अपनी लय में नज़र आई। जब नीदरलैंड के खिलाड़ियों ने शुरुआत में एक पेनल्टी कॉर्नर हासिल की, लेकिन वे भारतीय डिफ़ेंस को भेदने में नाकामयाब रहे और भारत ने हाफ़ टाइम तक 1-0 से अपनी बढ़त बरकरार रखी।
हालांकि इस क्वार्टर में काफी रोमांचक खेल देखने को मिला, दोनों टीमों ने गोल करने के कई मौक़े बनाए, लेकिन कोई भी टीम सफल नहीं हो सकी और ये क्वार्टर गोलरहित रहा।
हाफ़ टाइम के बाद दोनों टीमें गोल के प्रयास में नज़र आईं, लेकिन मुक़ाबले के 39वें मिनट में नीदरलैंड के ब्रिंकमैन जैस्पर ने एक पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर स्कोर को 1-1 से बराबर कर लिया।दूसरी तरफ भारतीय खिलाड़ियों ने भी गोल करने के कई मौक़े बनाए, लेकिन उन्हें कोई सफलता नहीं मिली।
वहीं, चौथे और आख़िरी क्वार्टर में भारतीय खिलाड़ी अपनी बढ़त को दोगुना करने के इरादे से थोड़ा आक्रामक नज़र आए, लेकिन नीदरलैंड के डिफ़ेंस के आगे उन्हें सफलता नहीं मिली। हालांकि भारतीय खिलाड़ियों ने पूरे मैच के दौरान ज़्यादा समय तक गेंद को अपने कब्ज़े में ही रखा।