एकेटीयू में बीटेक, बीफार्मा सहित विभिन्न पाठ्यक्रमों की काउंसलिंग 15 जुलाई के बाद
विश्वविद्यालय प्रशासन इस बार की काउंसलिंग प्रक्रिया को पाठ्यक्रम अनुसार तीन चरणों में कराने की तैयारी कर रहा है।

लखनऊ। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) ने शैक्षणिक सत्र 2023-24 में बीटेक, बीफार्मा सहित विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया 15 जुलाई के बाद शुरू करेगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस बार बीटेक सहित विभिन्न विषयों में प्रवेश की गुणवत्ता को सुधारने के लिए कई व्यापक कदम उठाने की तैयारी कर रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन इस बार की काउंसलिंग प्रक्रिया को पाठ्यक्रम अनुसार तीन चरणों में कराने की तैयारी कर रहा है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने बताया कि विश्वविद्यालय की गुणवत्ता सुधारने के साथ ही छात्रों को बेहतर शिक्षा देना हमारा दायित्व है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार की काउंसलिंग प्रक्रिया में बदलाव होगा, जिससे विश्वविद्यालय के कॉलेजों के सीट भरने के साथ ही छात्रों को समय पर प्रवेश मिल सके। एकेटीयू प्रशासन 15 जुलाई को सीयूईटी का परिणाम आने के बाद अपनी प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी कर रहा है।
सबसे पहले बीटेक में लैटरल एंट्री के होंगे प्रवेश
एकेटीयू के कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडे ने बताया कि विश्वविद्यालय बीटेक व बीफार्मा पाठ्यक्रम के दूसरे वर्ष की कक्षाएं 14 अगस्त से शुरू हो रही हैं। ऐसे में बीटेक द्वितीय वर्ष में लैटरल एंट्री के माध्यम से जो प्रवेश होता है वह क्लासेस शुरू होने से पहले पूरा करने की तैयारी है। उन्होंने बताया कि जैसे ही सीयूईटी का परिणाम जारी होगा, विश्वविद्यालय अभी प्रवेश प्रक्रिया को शुरू होगी। इसमें भी सबसे पहले लैटरल एंट्री के छात्रों को बीटेक पाठ्यक्रम में प्रवेश दिया जाएगा।
जिसे 14 अगस्त से पहले इन छात्रों की प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो सके और वह अपनी क्लासेज समय पर शुरू कर सकें। कुलपति प्रो. पांडे ने बताया कि यदि इस प्रक्रिया को विलम्ब करते हैं तो बीटेक द्वितीय वर्ष के पढ़ाई तो समय पर शुरू हो जाएगी लेकिन इन छात्रों की प्रवेश प्रक्रिया देर से पूरा होने के कारण उन्हें बाद में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस बार यह निर्णय लिया गया है.
बीटेक की सीटों पर होगा सबसे अधिक ध्यान
कुलपति प्रो. पांडे ने बताया कि एकेटीयू से संबद्ध करीब 650 से अधिक इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट कॉलेजों में संचालित बीटेक की करीब 1.35 लाख से अधिक सीटों पर दाखिला लैटरल एंट्री के प्रवेश के तुरंत बाद शुरू होगा, जब बीटेक विषय में प्रवेश हो रहे हैं उस समय केवल बीटेक विषयों में ही प्रवेश की प्रक्रिया चलेगी।
जिससे प्रवेश के दौरान विश्वविद्यालय को यह पता हो कि उसकी बीटेक की कुल सीटों में से कितनी सीटें भरी गयी है और कितनी सीटें भरी जानी है ताकि समय पर इन सीटों को भरने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन काउंसलिंग प्रक्रिया में तेजी लाकर जल्द से जल्द सीटों को भर सके। कुलपति ने बताया कि अभी तक काउंसलिंग की प्रक्रिया में विश्वविद्यालय प्रशासन अपने सभी विषयों के प्रवेश प्रक्रिया एक साथ संचालित करता आ रहा है।
ऐसे में बीटेक की सरकारी सीटें भर जाने के बाद बीटेक की बाकी सीटों पर प्रवेश को लेकर छात्रों का क्रेज कम दिखता है। वहीं दूसरी तरफ फार्मेसी का प्रवेश सबसे अधिक होता है, ऐसे में काउंसलिंग के समय फार्मेसी में हो रहे प्रवेश की अधिकता के कारण बीते की खाली सीटों पर फोकस नहीं हो पाता है जिससे वह सीट आखिरी समय तक खाली रह जाती हैं। कुलपति ने बताया कि इसको ध्यान में रखते हुए बीटेक के सीटों को भरने के लिए पहले चरण की काउंसलिंग प्रक्रिया में इस पर विशेष ध्यान रखा जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन सबसे अंतिम चरण में फार्मेसी की सीटों को काउंसलिंग के माध्यम से भरेगा।
सीयूईटी के परिणाम आने के बाद शुरू होगी आवेदन की प्रक्रिया
विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने सीयूईटी प्रवेश परीक्षा के परिणाम 15 जुलाई को जारी करने की तिथि घोषित की है। जैसे ही सीयूईटी का परिणाम जारी होगा, विवि प्रशासन अपने बीटेक, फार्मेसी, आर्किटेक्चर, होटल मैनेजमेंट सहित अन्य विषयों में सत्र 2023-24 में दाखिले के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर देगा। विश्वविद्यालय में बीटेक में प्रवेश के लिए सीयूईटी, जेईई मैंस सहित केंद्रीय परीक्षा देने वाले छात्रों को आवेदन का मौका दिया जाएगा। आवेदन प्राप्त करने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन सभी विषयों में प्रवेश के लिए राज्य स्तर रैंक तैयार कर काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू करेगा।