कैबिनेट मंत्री व मुख्य सचिव ने देखीं विकास कार्यों की हकीकत, किया पौधारोपण
मंत्री धर्मपाल सिंह और मुख्य सचिव ने गुलड़िया स्थित गौरी शंकर मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक किया।

बरेली । मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र शुक्रवार देर रात पहुंचे। इफ्को गेस्ट हाउस मे उन्होंने रात्रि विश्राम किया। शनिवार की दोपहर को कैबिनेट मंत्री धर्मपाल के साथ मुख्य सचिव ने लीलोर झील और विकास कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान मंत्री धर्मपाल और मुख्य सचिव ने पौधरोपण किया। इससे पूर्व मंत्री धर्मपाल सिंह और मुख्य सचिव ने गुलड़िया स्थित गौरी शंकर मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक किया।
प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र शनिवार को बरेली के आंवला तहसील के कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि बरेली से मेरी यादें जुड़ी है। मै आंवला मे एसडीएम रहा। यहां आने पर यादे ताजा हो गई। उन्होंने विकास कार्यों को लेकर कहा कि आज बरेली बदल चुका है। बरेली की पहचान यूपी मे ही नही बल्कि देश भर में है। कार्यक्रम में आंवला सांसद धर्मेंद्र कश्यप भी मौजूद रहे। मुख्य सचिव ने कहा कि जनपद में क्या-क्या विकास कार्य हो रहे है।
इसका निरीक्षण किया है। नाथ नगरी में लगातार विकास कार्य हो रहे हैं। अवैध निर्माणों के सवाल पर मुख्य सचिव ने कहा कि अगर इस तरह की शिकायत मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी। मुख्य सचिव ने आंवला नगर पालिका परिषद कैंपस में पौधा लगाकर अपने दौरे की शुरूआत की। दुर्गा शंकर मिश्र की सबसे पहली पोस्टिंग आंवला एसडीएम के तौर पर हुई थी। उस वक्त के नगर पालिका भवन के उद्घाटन के पत्थर पर दुर्गा शंकर मिश्र का नाम दर्ज है।
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने उद्घाटन पत्थर के साथ फोटो खिचवाए। उसके बाद सुभाष इंटर कॉलेज परिसर में पौधारोपण किया। सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। कॉलेज स्टाफ और छात्रों के साथ फोटो कराए। इसके बाद दिनेश तिवारी इंटर कॉलेज मे पौधारोपण किया। मुख्य सचिव ने 18 एकड़ मे बनी ककराखुर्द ग्राम पंचायत की बिसरिया झील के सुदंरीकरण की जमीनी हकीकत देखी।
यहां मनरेगा और ग्राम निधि से 24 लाख रुपये की योजना बनाकर इसका सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है। झील की जमीन से अवैध कब्जे हटाए जा चुके हैं। खोदाई हो गई है। प्रवासी पक्षी भी आने लगेंगे। यहां पौधरोपण भी किया। इस मौके प कमिश्नर सौम्या अग्रवाल, आईजी राकेश सिंह, डीएम शिवाकांत द्विवेदी और एसएसपी प्रभाकर चौधरी आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।