रवीन्द्र नाथ त्रिपाठी की पुण्यतिथि पर परिजनों ने लोहिया इंस्टीट्यूट में की भोजन सेवा
जरूरतमंद लोगों की सेवा हेतु मदद कर आगे बढ़ाया ‘सेवा परमो धर्मः’ का विचार

लखनऊ। स्वर्गीय श्री रवीन्द्र नाथ त्रिपाठी की पुण्यतिथि पर लोहिया इंस्टीट्यूट लखनऊ में उनकी पत्नी श्रीमती राज त्रिपाठी, पुत्री शिवानी, दीप्ति और पुत्र मनु ने कैंसर व असाध्य रोगों से पीड़ित नि:शक्त तीमारदारों की भोजन सेवा की। इस तरह से आपने स्वर्गीय श्री रवीन्द्र नाथ त्रिपाठी को सार्थक पुष्पांजलि अर्पित की।
इस परिवार ने स्वर्गीय श्री रवीन्द्र नाथ त्रिपाठी की पुण्यतिथि पर संगठन के माध्यम से इन जरूरतमंद लोगों की सेवा हेतु संभव मदद कर ‘सेवा परमो धर्मः’ विचार को आगे बढ़ाया।
वैसे वर्तमान समय में इस सेवा भाव को उत्तम भाव कहा जाता है कि हम अपनी परिजनों की स्मृति में अस्पतालों में दर्द से जूझ रहे जरूरतमंद लोगों की भोजन सेवा कर उनकी इस मुश्किल घड़ी में मरहम लगाने का सार्थक कार्य करे। ऐसे ही सार्थक प्रयास श्रीमती राज त्रिपाठी जी समय-समय पर करती रहती हैं।
इस बसो में फूडमैन विशाल सिंह बताते है कि आज प्रसादम सेवा के माध्यम से लखनऊ के 3 अस्पताल मेडिकल कॉलेज लखनऊ, बलरामपुर अस्पताल व लोहिया संस्थान लखनऊ में दोपहर के समय लगभग 1000 निःशक्त तीमारदारों की निःशुल्क भोजन सेवा की जाती है।
यह सार्थक ऊर्जावान सेवादार साथियों के माध्यम से ही संभव हो पा रहा है। उन्होंने इस अवसर पर लोगो से अपील की कि हम सब मिलकर इस पुनीत व मानवीय सेवा मिशन में अपने परिवार से कुछ मुट्ठी राशन का सहयोग करें।
उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि लोग अपना जन्मदिन, शादी की सालगिरह या किसी की स्मृति में इन तीमारदारों की भोजन सेवा कर नर में नारायण के विचार को मानते हुए इन्हे अपने शुभ हाथों से भोजन प्रसाद ग्रहण करा सकते है। फूडमैन विशाल सिंह ने स्वर्गीय श्री रवीन्द्र नाथ त्रिपाठी की पुण्यतिथि पर पूरे संगठन की ओर से उन्हें कोटि-कोटि नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही इस पुनीत सेवा यज्ञ के लिए श्रीमती राज त्रिपाठी, शिवानी, दीप्ति और मनु सहित पूरे परिवार का आभार जताया।
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उन्होंने कहा कि आपने आज इस सेवा कार्य समाज के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। मैं परमपिता परमात्मा, मां अन्नपूर्णा एवं मां लक्ष्मी से आपके पूरे परिवार की सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य, यश, कीर्ति एवं दीर्घायु की मंगल कामना करता हूँ।
बताते चले कि विजयश्री फाउंडेशन- प्रसादम सेवा लगातार 15 वर्षों से अस्पतालों में अपने परिजनों का इलाज कराने आने वाले नि:शक्त तीमारदारों, जरूरतमंद लोगों की सेवा कर रही है जिसके चलते विशाल सिंह को फ़ूडमैन की उपाधि मिली है।
उनके द्वारा अस्पताल में आधुनिक रैन बसेरों का भी संचालन किया जा रहा हैं जहां तीमारदारों को एक छत के नीचे भोजन और रात गुजारने का आश्रय मिलता है। यह मानवीय कार्य फूडमैन विशाल सिंह की विचारधार से प्रेरित लोगों के हृदय में पनप रहा है।