हर्षित गुप्ता और राधा गुप्ता ने सेवा उत्सव के रुप में ‘प्रसादम सेवा’ में मनायी शादी की सालगिरह
मेडिकल कॉलेज में पहुंचकर कैंसर व असाध्य रोगों से पीड़ित नि:शक्त तीमारदारों की भोजन सेवा की

लखनऊ। प्रसादम कार्यकारिणी से विजय श्री फाउंडेशन के संरक्षक मधुरेश गुप्ता की ओर से हर्षित गुप्ता और राधा गुप्ता की विवाह की वर्षगांठ पर मेडिकल कॉलेज में कैंसर व असाध्य रोगों से पीड़ित नि:शक्त तीमारदारों की भोजन सेवा कर शादी की सालगिरह को सेवा उत्सव के रुप में मनाया।
मधुरेश गुप्ता व परिवार की ओर से हर्षित गुप्ता और राधा गुप्ता की विवाह की वर्षगांठ पर हुए इस पुण्य कार्य में आपका समस्त परिवार भी सहभागी बना। कार्यकारिणी का एक अभिन्न हिस्सा मधुरेश गुप्ता, हर्षित गुप्ता और राधा गुप्ता ने सदैव अपने पुण्य हाथों से इन जरूरमंदों को भोजन प्रसाद करा कर सेवा परमो धर्मः विचार को आगे बढा रहे है ।
आपने अपने परिवार सहित अपना सहयोग प्रदान कर इस पुनीत कार्य को सफल बनाने का कार्य किया। आप लोगों ने इन जरुरतमंदों को स्वयं अपने हाथों से भोजन प्रसाद ग्रहण कराकर उनकी पीड़ा को कम करने का सार्थक प्रयास किया जिससे बहुत से लोगों को भोजन प्रसाद मिला।
हर्षित गुप्ता और राधा गुप्ता की वर्षगांठ पर मधुरेश गुप्ता सहित समस्त परिवार का यह पुनीत सेवा कार्य अपने परिजनों का इलाज कराने आये तीमारदारों को पीड़ा कम करने का एक सार्थक प्रयास है।
सेवा संस्कारों की विरासत के धनी आपने समाज के प्रबुद्ध तबके के सामने एक उदाहरण भी प्रस्तुत किया है कि लोगों को नर सेवा नारायण सेवा के इस पुनीत कार्य में बढ़-चढ़कर सहभागी बनने के लिए आगे आना चाहिए।
हर्षित गुप्ता और राधा गुप्ता के वर्षगांठ पर श्री मधुरेश गुप्ता ने आज की इस सेवा के बारे में कहा कि यह बड़ा अनमोल पल है कि अपनी शादी की वर्षगांठ की खुशी इस तरह असहायों की सेवा कर सार्थक की जाये। हमारे लिए भूखे को भोजन देना और प्यासे को पानी पिलाना ही सच्ची मानव सेवा है और भगवान की सच्ची पूजा भी यहीं है।
इस बारे में फूडमैन विशाल सिंह बताते है कि समाज और संसार में दया ही श्रेष्ठ धर्म है। अगर अपने से दीन-हीन, असहाय, अभावग्रस्त, आश्रित, वृद्ध, विकलांग, जरूरतमंद व्यक्ति पर दया दिखाते हुए उसकी सेवा और सहायता न की जाए, तो समाज भला कैसे उन्नति करेगा? सच तो यह है कि सेवा ही असल में मानव जीवन का सौंदर्य और श्रृंगार है।
उन्होंने लोगों से इस पुनीत व मानवीय सेवा मिशन में अपने परिवार से कुछ मुट्ठी राशन का सहयोग का निवदेन किया। फूडमैन ने कहा कि आप अपना जन्मदिन, शादी की सालगिरह या किसी की स्मृति में इन तीमारदारों की भोजन सेवा कर नर में नारायण के विचार को मानते हुए इन्हे अपने शुभ हाथों से भोजन प्रसाद ग्रहण करा सकते है।
उन्होंने कहा कि आज प्रसादम सेवा के माध्यम से लखनऊ के 3 अस्पतालों मेडिकल कॉलेज लखनऊ, बलरामपुर अस्पताल व लोहिया संस्थान लखनऊ में दोपहर के समय लगभग 1000 निःशक्त तीमारदारों की निःशुल्क भोजन सेवा सार्थक ऊर्जावान सेवादार साथियों के माध्यम से ही संभव हो पा रही है।
उन्होंने हर्षित गुप्ता और राधा गुप्ता को शादी की सालगिरह की बहुत बहुत बधाई देते हुए इस पुनीत सेवा यज्ञ के लिए उनके पूरे पूरे परिवार का आभार जताया।इसके साथ ही फूडमैन विशाल सिंह ने परमपिता परमात्मा, मां अन्नपूर्णा एवं मां लक्ष्मी से आपके पूरे परिवार की सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य, यश, कीर्ति एवं दीर्घायु की मंगल कामना की।
बताते चले कि जीवन में सबसे बड़ी सेवा है मानव सेवा। फूडमैन विशाल सिंह ने 15 साल पहले इसी विचार के साथ मानव सेवा के मिशन की शुरुआत की थी। उन्होंने शुरुआत में केजीएमयू में प्रसादम सेवा के माध्यम से नि:शक्त जनो की सेवा शुरू की।
वो पिछले 15 साल से विजय श्री फाउंडेशन प्रसादम सेवा के माध्यम से शहर के विभिन्न अस्पतालों में जरूरतमंद तीमारदारों की निःशुल्क भोजन सेवा का काम कर रहे है जिसके चलते उन्हें फ़ूडमैन की उपाधि मिली।
कोविड-19 महामारी की पहली लहर के दोरान फूडमैन विशाल सिंह द्वारा राहत एवं आपदा आयुक्त कार्यालय, जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, यूपी रोडवेज, आयुष विभाग नगर निगम के साथ मिलकर साढे़ सात लाख से से अधिक जरूरतमंद लोगों को भोजन एवं आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई गई थी।
इसी के साथ महामारी की दूसरी लहर में जिला प्रशासन ने डीआरडीओ अटल बिहारी वाजपेई कोविड अस्पताल, हज हाउस कोविड-19 हस्पताल में तीमारदारों, मेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मचारी सुरक्षा कर्मचारी आदि की निःशुल्क भोजन सेवा की जिम्मेदारी बखूबी निभाई।