
आइआइटी के सिविल इंजिनीरिंग विभाग की ओर से शुक्रवार को शहरी परिवहन आवश्यकताओं में अंतदृष्टि और भारतीय शहरों में आधुनिक मेट्रो के विषय पर व्याख्यान सत्र आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के पूर्व प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने शहरी परिवहन आवश्यकताओं और भारतीय शहरों में आधूनिक महानगरों की भूमिका पर बात की।
उन्होंने कहा कि जैसे- जैसे भारत के शहर तेजी से बढ़ रहे है, वैसे ही मेट्रो सिस्टम परिवहन मिश्रण के रूप में इस प्रगति का एक अनिवार्य हिस्सा बनने के साथ अहम योगदान दे रहे है। उन्होंने रेल परिवहन प्राणालियों को ज्यादा से ज्यादा बेहतर डिज़ाइन करने के महत्व पर जोर दिया,
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जिसमें मेट्रो और आरआरटीएस परियोजना शामिल है जो आगे आने वाले भविष्य के दृष्टिकोण के साथ जो व्यस्तम समय-व्यस्तम दिशा के यातायात पर विचार पर केंद्रित करके कार्य कर रहे है। शहरी जन पारगमन प्रणालियों को न केवल परिवहन मॉडल के रूप में बल्कि लाभप्रदान सुनिश्चित करने के लिए व्यापार मॉडल के रूप में भी योजनाबद्ध किया जान चाहिए।
कुमार केशव ने वर्ष 2014 में लखनऊ मेट्रो के प्रबंध निदेशक की जिम्मेदारी संभाली थी व आठ साल तक प्रबंध निदेशक पद पर रहे। इस दौरान कुमार केशव ने लखनऊ, कानपुर और आगरा में मेट्रो को दौड़ाने में अहम भूमिका निभाई।