सभी विद्यालयों में एक-एक ट्रैफिक नोडल की नियुक्ति की जाये : जिलाधिकारी
जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने प्रधानाचार्य व प्रबंधको के साथ विद्यालय खुलने व छूटने के समय लगने वाले जाम के निराकरण को लेकर महत्वपूर्ण बैठक गयी।

लखनऊ। जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने कलैक्ट्रेट के एनआईसी कक्ष में विद्यालय के जिम्मेवार व्यक्ति और स्वयं प्रधानाचार्य व प्रबंधको के साथ विद्यालय खुलने व छूटने के समय लगने वाले जाम के निराकरण को लेकर महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गयी। बैठक में विद्यालयों के जिम्मेवार व्यक्ति अथवा स्वयं प्रधानाचार्य और प्रबंधकों के द्वारा जिलाधिकारी को प्रेजेंटेशन के माध्यम से उनके द्वारा की जाने वाली व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी गयी।
बैठक में जिलाधिकारी ने समस्त विद्यालयों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। जिसमें जिलाधिकारी द्वारा समस्त विद्यालयों को कड़े निर्देश दिये कि तत्काल सभी विद्यालयों में एक-एक ट्रैफिक नोडल की नियुक्ति करते हुए ट्रैफिक कंट्रोल रूम की स्थापना की जाये। इस कंट्रोल रूम में आसपास की सड़कों पर सीसीटीवी कैमरे लगाते हुए लाइव फीड दिया जा सके ताकि पता चल सके कि किस रोड पर जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है। साथ ही जहां-जहां सीसीटीवी कैमरे लगाये जाये उन स्थानों पर केंद्रीकृत पब्लिक एड्रेस सिस्टम के द्वारा एनाउंसमेंट की व्यवस्था की जाये ताकि एनाउंसमेंट के द्वारा बेतरतीब खड़े वाहनों को दिशा निर्देश दिये जा सके।
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साथ ही निर्देश दिया कि विद्यालय के ट्रैफिक नोडल के पास विद्यार्थियों के अभिभावकों के नंबर और उनके वाहनों के नंबरो की सूची उपलब्ध रहे। जिससे जाम की स्थिति में नोडल द्वारा अभिभावकों को कॉल करके या एनाउंसमेंट के द्वारा अव्यवस्थित पार्क वाहनों को तत्काल चलानी कार्यवाही करते हुए हटवाया जा सके। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालय अपने यहां ट्रैफिक कंट्रोलिंग के लिए स्टाफ की नियुक्ति हो ताकि विद्यालय खुलने व छूटने के समय विद्यालय का ट्रैफिक कंट्रोलिंग स्टाफ ट्रैफिक पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करते हुए विद्यालय के गेट पर ट्रैफिक को रुकने न दे। उन्होंने कहा कि जो अभिभावक स्वयं वाहन चलाकर बच्चों को लेने आते है ऐसे वाहनों की पार्किंग विद्यालय परिसर के अंदर करना हो। ऐसे वाहन विद्यालय के बाहर रोड पर नही खड़े होंगे।
बिना ड्राइवर के खड़े वाहनों का कटेगा चालान
साथ ही यातायात नियमों का उल्लंघन या यातायात को बाधित करने वाले वाहनों के विरुद्ध की जाने वाली कार्यवाही का निर्देश दिया है।
इसमें ऐसे वाहन जो बिना ड्राइवरों के विद्यालय के बाहर खड़े पाये जायेंगे। ऐसे वाहनों पर चालान चस्पा करते हुए आरसी जब्त करने की कार्यवाही की जाएगी और चालान की धनराशि का भुगतान करने के बाद ही आरसी वापस दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालय यातायात बाधित करने वाले अभिभावकों/वाहनों को जारी किए गए चालानों का रिकार्ड मेंटेन करेगे और इसका रिपोर्ट कार्ड बनाकर अभिभावकों को देंगे।
साथ ही जारी किये गये चालानों की संख्या को निर्धारित करते हुए मानक तय करेंगे और मानक से अधिक चालान वाले वाहनों और अभिभावकों को नोटिस जारी करेंगे। यदि नोटिस जारी होने के बाद भी अभिभावकों द्वारा यातायात बाधित किया जाना पाया जायेगा तो ऐसे अभिभावकों के वाहनों को उक्त क्षेत्र में प्रवेश के लिए एक माह तक प्रतिबंधित करेगे। वायलेंस व न्यूसेंस फैलाने वाले अभिभावकों के विरुद्ध ट्रैफिक पुलिस द्वारा कड़ी कार्यवाही करना सुनिश्चित की जाएगी।