IPS अफ़सर एस एन साबत ने संभाला पुलिस महानिदेशक / महानिरीक्षक कारागार का पदभार
एस एन साबत बने कारागार विभाग के 102वें मुखिया

लखनऊ: 1990 बैच के IPS अफ़सर एस एन साबत ने पुलिस महानिदेशक / महानिरीक्षक कारागार का पदभार ग्रहण कर लिया. इसके साथ ही आज कारागार मुख्यालय में वे कारागार विभाग के 102 वें मुखिया बन गए हैं. एस एन साबत अब तक उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन लिमिटेड के पुलिस महानिदेशक थे.
इससे पहले आनंद कुमार (पुलिस महानिदेशक / महानिरीक्षक कारागार) का स्थानांतरण पुलिस महानिदेशक सहकारिता के रूप में हो चुका है. श्री साबत एक लोकप्रिय और कुशल अधिकारी के साथ विद्वान लेखक के रूप में भी जाने जाते हैं.
IPS के रूप में चयनित होने के बाद जनपद वाराणसी से ASP के रूप में अपनी सेवाएँ प्रारंभ करने वाले श्री साबत अलीगढ़ और अयोध्या में भी ASP के रूप में कार्यरत रहे जबकि जालौन मिर्ज़ापुर मुज़फ़्फ़रनगर और बनारस ज़िलों में SP और SSP के रूप में सफलतापूर्वक कार्य कर चुके हैं . वे मिर्ज़ापुर कानपुर और बनारस के DIG भी रह चुके हैं.
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वे सीआरपीएफ और रेलवे में IG के रूप में जबकि पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड , इलाहाबाद व लखनऊ ज़ोन के ADG के रूप में भी कार्य कर चुके हैं. लखनऊ ज़ोन के ADG रहते हुए उनका प्रमोशन पुलिस महानिदेशक के रूप में हुआ था. श्री साबत ने संयुक्त राष्ट्र संघ की शांति सेना में मानवाधिकारों के लिए अपनी सेवाएँ दी हैं.
संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में सराहनीय कार्य के लिए उन्हें विश्व शांति पदक प्रदान किया गया है. इसके अतिरिक्त वर्ष 2006 और 2014 में उन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा विशिष्ट सेवा का पुलिस पदक भी प्रदान किया है .
एक बेहद तेज तर्रार , ऊर्जस्वी और समर्थ पुलिस अधिकारी होने के साथ साथ श्री साबत हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में समान अधिकार रखते हैं और इन भाषाओं के अच्छे लेखक के रूप में भी विख्यात है. पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो , गृह मंत्रालय भारत सरकार की ओर से उनकी एक पुस्तक पुरस्कृत हो चुकी है.
मानवाधिकार विषय पर उनके अनेक लेख पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं जबकि “भारत में मानवाधिकार वैदिक काल से आधुनिक काल तक “ को पंडित गोविंद बल्लभ पंत पुरस्कार मिल चुका है. श्री साबत पदार्थ विज्ञान विषय में स्नातकोत्तर होने के साथ साथ ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट में भी स्नातकोत्तर हैं.
कारागार विभाग में पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने मुख्यालय में अपर महानिरीक्षक कारागार श्रीमती चित्रलेखा सिंह IAS व मुख्यालय के DIG श्री अरविंद कुमार सिंह ये साथ संक्षिप्त बैठक की, मुख्यालय में स्थापित वीडियो बाल का निरीक्षण किया , तथा विभिन्न जेलों में निरुद्ध टॉप ट्वेंटी बंदियों की निगरानी की समीक्षा भी की.
उन्होंने कहा कि कारागारों में अनुशासन क़ायम रखते हुए बंदी कल्याण एवं पुनर्वास उनकी शीर्ष प्राथमिकता है. उन्होंने अधिकारियों को संगठित अपराध के मामलों में कारागारों में निरुद्ध कुख्यात माफ़ियाओं की हर हाल में 24 घंटे सख़्त निगरानी के निर्देश भी दिये.