अचानक बारिश, पश्चिमी यूपी में इन फसलों पर पड़ सकता है असर
पश्चिमी विक्षोभ फिर एक्टिव, 20 मार्च तक गरज और तेज हवा के साथ बारिश की संभावना

पश्चिमी यूपी के विभिन्न हिस्सों में समय से पहले हो रही बारिश का खामियाजा किसानों को खासा भुगतना पड़ रहा है. इसमें फसलो को नुकसान के साथ आम के शौकीनों के लिए बुरी खबर भी है क्योंकि तेज हवा चलने से आम के बौर ख़राब हुए है. वही गेहूं की फसल पर भी तेज हवा और बरसात के साथ ओलावृष्टि का असर पड़ा है.
अब किसानों को बरसात और ओलावृष्टि की चेतावनी के चलते चिंता सता रही है. रिपोर्ट के अनुसार पश्चिमी यूपी के यूपी के विभिन्न जिलों में शनिवार सुबह अचानक रुक-रुक कर बारिश होने लगी. इससे एक ओर जहां सब्जी की फसल को नुकसान हुआ तो गेहूं की फसल भी गिर गई है.
दरअसल पश्चिमी विक्षोभ के फिर एक्टिव होने के चलते शनिवार से मौसम में बदलाव दिख रहा है और 20 मार्च तक गरज और तेज हवा के साथ बूंदाबांदी की संभावना है और कुछ स्थानों पर ओले गिरने का भी अंदेशा हो गया है. इससे पहले शुक्रवार को भी सुबह से ही मौसम में बदलाव का असर दिखा.
मेरठ में मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 30.4 डिग्री व रात का न्यूनतम तापमान 16.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ वही हवा चलने से दिन और रात के तापमान में गिरावट हुई है. वैसे सामान्य से ऊपर चल रहे तापमान में बारिश के चलते गिरावट हुई है.
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दूसरी ओर एयर क्वालिटी इंडेक्स में शुक्रवार को कुछ गिरावट होने से मेरठ का एक्यूआई 157 दर्ज हुआ है. रिपोर्ट के अनुसार बागपत में अचानक रुक रुक कर हुई बारिश से गेहूं की फसल और सब्जी की फसलों को नुकसान हुआ. हालांकि बारिश रुक गयी लेकिन बारिश फिर शुरू होने सबसे ज्यादा फसलों पर असर पड़ा.
इसमें ज्यादातर जगह गेहूं की फसल ख़राब पर असर पड़ने से पैदावार में कमी हो सकती है और सरसों की फसल में भी नमी आ सकती है. वही बिजनौर में भी हवा और बारिश से गेहूं की फसल गिर गई. वही जिले तेजी से हो रही गन्ना बुवाई भी रुक गयी और आलू की खुदाई भी रुक गई है.