लविवि में समय पर केंद्रों पर नहीं पहुंचा पा रहा प्रश्नपत्र, हुआ प्रदर्शन
एक सप्ताह में लगातार दूसरी बार केंद्रों पर घंटों देरी से पहुंचा प्रश्न पत्र

लखनऊ। ‘ए डबल प्लस प्लस’ नैक ग्रेड वाले लखनऊ विश्वविद्यालय का परीक्षा सिस्टम पूरी तरह से बेपटरी हो गया है। विश्वविद्यालय में एक हफ्ते में लगातार दूसरी बार समय से केंद्रों पर प्रश्न पत्र नहीं पहुंचने का मामला सामने आया है। इसको लेकर छात्रों में काफी आक्रोश हैं।
छात्र संगठन एनएसयूआई और एबीवीपी ने परीक्षा नियंत्रक को ज्ञापन सौंपा और परीक्षा व्यवस्था को सही करने की मांग की है। लखनऊ विश्वविद्यालय सहित सभी परीक्षा केंद्रों में को करिकुलर सब्जेक्ट का परीक्षा होना था लेकिन लविवि, केकेसी सहित कई परीक्षा केंद्रों पर करीब 45 मिनट की देरी से प्रश्नपत्र पहुंचा।
बता दें कि इससे पहले बीते मंगलवार को पूरा परीक्षा सिस्टम एक तरह से फेल हो गया था। परीक्षा केंद्रों पर समय से प्रश्नपत्र ही नहीं पहुंच पाये थे। लिहाजा विश्वविद्यालय परिसर से लेकर लखनऊ, लखीमपुर, सीतापुर, हरदोई और रायबरेली के परीक्षा केन्द्रों पर जमकर अफरा तफरी फैल गयी थी।
छात्र-छात्राएं परीक्षा के लिए भटकते रहे और करीब दो घंटे तक प्रश्न पत्रों का कहीं अता-पता नहीं था। लविवि परिसर के कंडक्ट हाल में तो हंगामें की स्थिति रही, फिर प्रश्नपत्रों की फोटो स्टेट कापी के जरिये कहीं डेढ़ तो कहीं दो घंटे देरी से परीक्षा शुरू करायी गयी थी।
45 मिनट की देरी से पहुंचे प्रश्न पत्र
शनिवार को लखनऊ विश्वविद्यालय केकेसी डिग्री कॉलेज सहित कई डिग्री कॉलेज में को करिकुलर विषयों का पेपर होना था, पेपर सुबह 9:00 बजे प्रस्तावित था लेकिन 9:45 बजे तक पहली पाली में केंद्रों पर पेपर नहीं पहुंचे थे। इसको लेकर कई केंद्रों पर छात्रों में गुस्सा भी देखने को मिला।
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प्रश्न पत्रों के पहुंचने में हो रही देरी को लेकर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन एनएसयूआई ने परीक्षा नियंत्रक लखनऊ विश्वविद्यालय को ज्ञापन सौंप कर इस समस्या को जल्द से जल्द समाप्त करने की मांग की तथा परीक्षा केंद्रों पर समय से प्रश्न पर पहुंचाने को कहा।
एनएसयूआई के आर्यन मिश्रा ने बताया कि विश्वविद्यालय में परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्र काफी देरी से पहुंच रहे हैं। बीते कई दिनों से यह समस्या लगातार सामने आ रही है। इसी संदर्भ में परीक्षा नियंत्रक लखनऊ विश्वविद्यालय को ज्ञापन सौंपा है और उनसे मांग की है कि इस समस्या को जल्द से जल्द दूर किया जाये नहीं तो एनएसयूआई आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
इसे पहले विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर कोर्सो के तीसरे सेमेस्टर के इंटर डिपोर्टमेंटल विषयों और स्नातक के मेजर व माइनर विषयों की परीक्षा मंगलवार को थी। दूसरी पॉली में परीक्षा देने के लिए परीक्षार्थी कापी और प्रश्नपत्र आने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन दो बजे भी प्रश्नपत्र नहीं पहुंचा।
वहीं कला संकाय के कंडक्ट हाल में शिक्षकों में भी प्रश्नपत्र को लेकर अफरातफरी मच गयी। किसी को नहीं पता था कि हो क्या रहा है? आखिर प्रश्नपत्र कहां है? वहीं कुछ छात्र भी पहुंच गये।
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स्थिति को संभालने के लिए प्राक्टर प्रो. राकेश द्विवेदी ने मोर्चा संभाला। यहीं हाल लखनऊ समेत लखीमपुर, सीतापुर, हरदोई और रायबरेली के परीक्षा केंद्रों का रहा। एनएसयूआई का आरोप है कि बीते मंगलवार को पीजी के तीन विषयों की परीक्षा में यह दिक्कत हो चुकी है, प्रश्नपत्र नहीं छपे ही नही थे।
विवि के जानकारों ने बताया कि स्नातकोत्तर के कुछ विषयों के प्रश्नपत्र ही नहीं छपे है। ऐसे में परीक्षा विभाग ने आनन-फानन में पिछले वर्ष के विषयों के बनाये गये दूसरे सेट के प्रश्नपत्रों की फोटो कापी छात्रों को देकर परीक्षा शुरू कराया था।
वहीं लखीमपुर, सीतापुर, हरदोई और रायबरेली के परीक्षा केन्द्रों को व्हाट्सअप के जरिए प्रश्नपत्र भेजे गए थे जो प्रश्नपत्र छपे थे, वह भी कम थे। उनकी भी पूर्ति फोटो कापी से की गयी।
एक शिक्षक ने बताया कि वहीं लविवि ओएनजीसी बिल्डिंग में चलने वाले तीन पीजी कोर्स की परीक्षा इसलिए नहीं हुई कि उनके प्रश्नपत्र छपकर आये नहीं थे।
दूसरी ओर यूजी के विषयों के प्रश्नपत्रों की पैकेजिंग गलत होने से कोड से वैरिफिकेशन नहीं हो पाया। लिहाजा परीक्षा समय से नहीं हो पायी थी। उस दिन अंग्रेजी का प्रश्न लविवि में 4.20 पर शुरू हुआ, जबकि परीक्षा 2:00 बजे शुरू होना था।