विद्युत सम्बन्धी कार्यों की सूचनाये शक्ति भवन प्रतिदिन भेजी जायें : चेयरमैन
जिला प्रशासन पूरा सहयोग कर रहा है आवश्यकतानुसार मजिस्ट्रेट एवं प्रशासनिक अधिकारीयों की तैनाती हो गई है।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन अध्यक्ष एम देवराज ने बुधवार को वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश की विद्युत व्यवस्था की समीक्षा किया। इस दौरान वितरण निगमों के प्रबन्ध निदेशकों को निर्देशित किया कि विद्युत आपूर्ति सामान्य रहे और निश्चित शिड्यूल के अनुरूप सभी क्षेत्रों को विद्युत आपूर्ति प्राप्त हो इसके लिये पूरी सजगता बरती जाये।
उन्होंने कहा कि विद्युत सम्बन्धी कार्यों से सम्बन्धित सूचनाये शक्ति भवन प्रतिदिन भेजी जायें। आउट सोर्सिंग एजेन्सियों के माध्यम से किये जा रहे कार्य सुचारू रहें ये सुनिश्चित किया जाये। विद्युत निगम के अधिकारी जिला प्रशासन के सम्पर्क में रहें। कहीं तोड़-फोड़ जैसी घटनायें न हो इसके लिये पूरी सावधानी बरतें। सभी अधिकारी फोन जरूर उठायें। स्टोर तथा वर्कषाप सुचारू रूप से कार्य करें इसके लिये पूरी तैयारी रखें।
प्रबन्ध निदेशक, (पूर्वांचल, मध्यांचल, पश्चिमांचल, दक्षिणांचल तथा केस्को) ने समीक्षा के दौरान अध्यक्ष को अवगत कराया कि विद्युत आपूर्ति सामान्य है तथा आउट सोर्सिंग का कार्य कर रही एजेन्सियॉ भी अपना कार्य कर रहीं है। जिला प्रशासन पूरा सहयोग कर रहा है आवश्यकतानुसार मजिस्ट्रेट एवं प्रशासनिक अधिकारीयों की तैनाती हो गई है। अध्यक्ष को अवगत कराया कि उत्पादन गृहों मे उत्पादन का कार्य सामान्य है सभी वैकल्पिक व्यवस्थायें कर ली गई हैं। विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं जिसमें एनटीपीसी, पावर ग्रिड तथा पोसोको ने प्रशिक्षित अभियन्ताओं एवं कार्मिकों की सूची उपलब्ध करा दी है।
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आवश्यकतानुसार उनको तैनात किया जायेगा। इन तैयारियों के बीच कारपोरेशन अध्यक्ष एम देवराज ने कर्मचारी संगठनों से पुन: अपील की है कि ऊर्जा मंत्री द्वारा हड़ताल वापसी के लिये की गयी अपील का सम्मान करते हुये अपनी प्रस्तावित हड़ताल वापस करके वार्ता के माध्यम से अपनी मांगों का न्यायोचित हल निकालें। अध्यक्ष ने कहा है कि हड़ताल किसी समस्या का कोई विकल्प नहीं है। इससे समस्या का निदान नही होगा, बल्कि कारपोरेशन की आर्थिक स्थिति और खराब होगी। समय की मांग है कि अधिक काम किया जाये। मेरा आप सब लोगों से विनम्र आग्रह है कि गुमराह न हों और अपने काम पर ध्यान दें। निगम और उसके कर्मचारियों के हितों की रक्षा करने का यहीं एक मात्र तरीका है।