सीएम ने श्रीरामकृतु स्तंभ व श्रीरामलला भवन लोकार्पण को बताया उल्लास का पर्व
सीएम ने कहा- एक साल बाद दिखेगा अयोध्या का सुंदर स्वरूप

श्रीराम जन्मभूमि पर रामलला के विराजमान होने के पूर्व यहां अयोध्या में रविवार को अशर्फी भवन पीठ के अंतर्गत नवनिर्मित श्रीरामकृतु स्तंभ व श्रीरामलला भवन का लोकार्पण किया गया, इस पल को सीएम योगी आदित्यनाथ ने उल्लास वाला पल बताते हुए कहा कि यह काफी अहम् है इस पवित्र स्थल पर नाम और नामी दोनों हैं.
सीएम ने कहा कि जगद्गुरु रामानुजाचार्य पूज्य स्वामी श्रीधराचार्य जी महाराज को इसलिए साधुवाद दिया कि राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण से पहले अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए उन्होंने भव्य धर्मशाला व अतिथिशाला का निर्माण कराया.
हर आश्रम ऐसा करे और अभी से ऐसी तैयारी हो कि कोई भी श्रद्धालु हो तो उसे अयोध्या में सुविधा भी मिले. यहां रुककर प्रभु के नाम का स्मरण, जप या रहकर साधना करना चाहे तो उसे यहां सब कुछ सुलभ हो. उन्होंने कहा कि सरकार यहां बुनियादी सुविधाओं पर पूरा ध्यान दे रही है.
सीएम योगी के अनुसार रामचरित मानस में ‘कलियुग केवल नाम अधारा, सुमरि-सुमरि नर उतरहिं पारा’ यानी कलियुग में नाम का महत्व है और जप से सौ गुना अधिक पुण्य नाम लिखने से मिलता है. यहां 28 करोड़ नाम रामकृुतु में संरक्षित हैं, इसमें निरंतर वृद्धि होती दिखाई देगी.
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इसका पुण्य अनंत काल तक हमें सन्मार्ग पर ले चलने और जीवन के समृद्धि के मार्ग पर अग्रसर करने की प्रेरणा देगा. लेखन से प्रभु के 28 करोड़ नाम को संरक्षित कर हम पुण्य के भागी बन सकते हैं.
उन्होंने कहा कि बिजली खर्च कम करने के लिए सौलर पैनल के उपयोग की सलाह देते हुए कहा कि इससे आप अपने यहां जितनी बिजली खर्च करेंगे, कनेक्शन से उतनी कटौती होगी. सरप्लस ऊर्जा सरकार लेकर उसका दाम देगी. आश्रमों व घरों के लिए नेट मीटरिंग तथा कार्मशियल स्थल पर नेट बिलिंग की व्यवस्था भी की है.
उन्होंने कहा कि सूर्यवंश की राजधानी को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने में पीएम मोदी की मंशा को पूरा करने के लिए काम करे. उन्होंने कहा कि यहां रामपथ नए घाट से लेकर रामजन्मभूमि होते हुए लखनऊ मार्ग से टेढ़ी बाजार होते हुए फोरलेन की कनेक्टिविटी के साथ हनुमानगढ़ी के बगल से भक्तिपथ का निर्माण हो रहा है.
सुग्रीव किला के बगल से भी फोरलेन की बेहतरीन कनेक्टिविटी देकर श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है. यहाँ केंद्र व राज्य सरकार की ओर से पंचकोसीय, 14 कोसीय व 84 कोसीय परिक्रमा को संतों व श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर अनेक कार्यक्रम चल रहे है और एक साल में अयोध्या का सुंदर स्वरूप दिखेगा.

इस अवसर पर दक्षिण भारत के संत त्रिदंडी जी, स्वामी रामचंद्राचार्य जी महाराज, जगदगुरु रामानुचार्य पूज्य स्वामी श्रीधराचार्य जी महाराज, विधायक जनार्दन रेड्डी, जमुना रेड्डी, अयोध्या के विधायक वेदप्रकाश गुप्ता, रुधौली के विधायक रामचंद्र यादव आदि मौजूद रहे.
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या पहुंच हनुमानगढ़ी में हाजिरी लगाई और फिर राम जन्मभूमि परिसर में श्री रामलला की पूजा अर्चना की और राम मंदिर निर्माण के कार्यों की भौतिक प्रगति परखी. सीएम ने ट्रस्ट के पदाधिकारियों से कहा कि भक्तो की सुविधा का खास ख्याल रखे.
इसके बाद वो पैदल राम जन्मभूमि पथ को निरीक्षण के लिए निकल गए. उन्होंने अधिकारियों से राम जन्मभूमि पथ के निर्माण कार्य की जानकारी भी ली. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अयोध्या में महंत नृत्यगोपाल दास से भेंटकर श्रीराम मंदिर निर्माण पर चर्चा की.