
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ पंजाब पुलिस ने बड़ी कार्रवाई के अंतर्गत उसके खिलाफ बड़े पैमाने पर राज्यव्यापी तलाशी अभियान शुरू हुआ है। वही कई अन्य खालिस्तान समर्थक हिरासत में लिए गए है और अब तक 78 लोग हिरासत में लिए गए है।
हालांकि पंजाब पुलिस दावा कर रही है कि अमृतपाल को आखरी बार मोटर साइकिल पर भागते हुए देखा था और भारत नेपाल बॉर्डर पर सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं. उसके उत्तराखंड के रास्ते नेपाल भागने का अंदेशा है।
दूसरी ओर पंजाब पुलिस की लाख कवायद के बाद सात दिन बाद भी खालिस्तान समर्थक अमृतपाल पकड़ से दूर है और वेश और गाड़ी बदलकर लगातार पुलिस को छका रहा है। वह पंजाब से फरार होने के बाद हरियाणा के कुरुक्षेत्र में रुका था।

वारिस पंजाब दे संगठन का मुखिया अमृतपाल सिंह के बारे में लगातार नई भी जानकारी सामने आ रही । इस बार में मीडिया रिपोर्ट के अनुसार खन्ना पुलिस को अमृतपाल के गनमैन गोरखा बाबा के मोबाइल से कुछ ऐसे वीडियो और फोटो मिले हैं जिससे अमृतपाल खालिस्तान बनाने की पूरी योजना का भी खुलासा हुआ है।
वही नहीं गोरखा बाबा के मोबाइल से खालिस्तान का नक्शा और पाकिस्तानी लाइसेंस की नकल भी मिली हैं। गोरखा के मोबाइल से गुरभेज नाम के व्यक्ति के हाथ पर बना एकेएफ का टैटू भी मिला है।
पुलिस के अनुसार गोरखा बाबा ने पूछताछ में माना कि उन्हें बुलेटप्रूफ जैकेट गुरभेज ने दी थी। वही अमृतपाल ने सिख रियासतों के झंडे तक बना लिए थे। अमृतपाल अपने समर्थकों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग देने के साथ हथियार असेंबल करना भी सिखा रहा था।

उसने एकेएफ सदस्यों को बुलेटप्रूफ जैकेट भी दी थी। इस बारे में खन्ना एसएसपी अमनीत कौंडल ने शुक्रवार को जानकारी दी कि अमृतपाल ने दो व्हाट्सऐप ग्रुप बनाये थे। इसमें आनंदपुर खालसा फौज के नाम से ग्रुप के 10 सदस्य थे. वही दूसरे का नाम अमृतपाल टाइगर फोर्स था जिसमे अमृतपाल के करीबी ही थे।
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इतना ही नहीं अमृतपाल ने आनंदपुर साहिब फोर्स की बेल्ट के साथ एकेएफ के टैटू और खालिस्तान का झंडा भी तैयार करवा लिया था। अमृतपाल ने खालिस्तान के लिए अपनी करेंसी भी तैयार कर ली है. इसमें एक और जरनैल सिंह भिंडरावाले और दूसरी ओर श्री हरमंदिर साहिब की फोटो लगी है।