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रामचरितमानस : सीएम योगी ने दिया ये जवाब, देखे रिपोर्ट 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुसार जब हम ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट कराने वाले हैं, तो विकास और निवेश से लोगों का ध्यान हटाने के लिए इस तरह के बेकार के मुद्दों को उठाया जा रहा है

सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस धर्म ग्रंथ पर की  को ‘दलित-विरोधी’ करार देने के बाद उनकी काफी आलोचना हो रही है। वही इस मामले में सीएम योगी ने पहली बार अपनी प्रतिकिया दी है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुसार जब हम ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट कराने वाले हैं, तो विकास और निवेश से लोगों का ध्यान हटाने के लिए इस तरह के बेकार के मुद्दों को उठाया जा रहा है।

सीएम योगी के अनुसार ये मामला वो लोग उठा रहे है, जो समाज का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं और राज्य सरकार के विकास के एजेंडे को पटरी से उतारना चाहते हैं।

सीएम के अनुसार  जिन लोगों ने अतीत में यूपी छवि खराब कर दी थी जिससे  यूपी के युवाओं के सामने पहचान का संकट खड़ा हो गया था और भविष्य सही नहीं दिख रहा था और ये लोग ‘नए यूपी’ में बेचैन हैं। सीएम योगी के अनुसार इनके पास राज्य के विकास में योगदान करने के लिए कुछ नहीं है।

सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य की टिप्पणियों का हवाला देते हुए सीएम योगी ने कहा- श्लोकों का वास्तविक अर्थ क्यों नहीं समझा देते, उन्होंने कहा कि उन लोगों को समझाना जो किसी बोली और उसकी बारीकियों की समझ नहीं रखते हैं, समय की बर्बादी होगी।

सीएम ने इसे बुद्धि और समझ की बात बताते हुए कहा कि  किस शब्द को किस बोली में लिखा गया है। किसी विशेष स्थान पर उस शब्द का अर्थ क्या है? यह समझने के लिए कम से कम पर्याप्त बुद्धि और तर्क होना चाहिए।

कहा- जब अखिलेश यादव को जवाब देना जरुरी होगा, तब देंगे जवाब

वही  सपा प्रमुख अखिलेश यादव की इस बात पर कि वो  सीएम योगी से छंदों का वास्तविक अर्थ पूछेंगे का जिक्र किये जाने पर सीएम योगी ने जवाब दिया कि जब हमें उनको जवाब देना जरुरी होगा तो मैं जवाब दे दूंगा।

इस दौरान सीएम ये भी बोले कि कमिश्नरेट सिस्टम से  अपराध के ग्राफ में तेज गिरावट हुई है, वही पिछले छह वर्षों में राज्य की छवि काफी सुधरी है और निवेशक यूपी आने को तैयार हैं।

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बताते चले कि स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा धर्म ग्रंथ रामचरितमानस को ‘दलित-विरोधी’  कहा गया है और उनका कई लोगों ने समर्थन किया । यही नहीं  सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी मौर्य के समर्थन में उतर आये है।

उन्होंने स्वामी प्रसाद को पार्टी में बड़ा ओहदा देते हुए कहा कि वो सीएम योगी से यूपी के पूर्व मंत्री की ओर से संदर्भित छंदों का वास्तविक अर्थ पूछेंगे। स्वामी प्रसाद यूपी चुनाव 2022 के ठीक पहले भाजपा से सपा में गए थे।

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