मेडिकल कॉलेज में पीड़ित निशक्त तीमारदारों की भोजन सेवा कर स्व. राम कीरत सिंह जी को दी श्रद्धांजलि
नर सेवा नारायण सेवा साथियों शुक्रवार को प्रसादम कार्यकारिणी से श्री योगेंद्र विक्रम सिंह जी ( पुत्र), श्रीमती अर्चना सिंह जी (पुत्रवधू), एवं सिद्धार्थ, रघुवीर,पल्लवी, क्षमा सिंह, धारवी ने स्व० राम कीरत सिंह जी की पुण्यतिथि पर मेडिकल कॉलेज लखनऊ में कैंसर में असाध्य रोगों से पीड़ित निशक्त तीमारदारों की भोजन सेवा कर स्व. राम कीरत सिंह जी को श्रद्धा सुमन अर्पण किए।

नेन प्राप्यते स्वर्गो दानेन सुखमश्नुते ।
इहामुत्र च दानेन पूज्यो भवति मानवः ॥
दान से स्वर्ग प्राप्त होता है, दान से सुख भोग्य बनते हैं। यहाँ और परलोक में इन्सान दान से पूज्य बनता है।नर सेवा नारायण सेवा साथियों शुक्रवार को प्रसादम कार्यकारिणी से श्री योगेंद्र विक्रम सिंह जी ( पुत्र), श्रीमती अर्चना सिंह जी (पुत्रवधू), एवं सिद्धार्थ, रघुवीर,पल्लवी, क्षमा सिंह, धारवी ने स्व० राम कीरत सिंह जी की पुण्यतिथि पर मेडिकल कॉलेज लखनऊ में कैंसर में असाध्य रोगों से पीड़ित निशक्त तीमारदारों की भोजन सेवा कर स्व. राम कीरत सिंह जी को श्रद्धा सुमन अर्पण किए।
साथियों श्री योगेंद्र विक्रम सिंह जी,श्रीमती अर्चना सिंह जी प्रसादम सेवा यज्ञ में हर संभव मदद कर इस पूरी मानव सेवा मिशन को आगे बढ़ाने का सार्थक प्रयास करती रहती हैं। श्री योगेंद्र विक्रम सिंह जी, श्रीमती अर्चना सिंह जी ने अपना सहयोग प्रदान कर इस पुनीत कार्य को सफल बनाने का कार्य करते हुए इन जरूरमंदों को भोजन प्रदान कर उनकी पीड़ा को कम करने का सार्थक प्रयास किया। आज आप सभी के इस नेक प्रयास से बहुत से लोगों ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया।
साथियों समाज और संसार में दया ही श्रेष्ठ धर्म है. अगर अपने से दीन-हीन, असहाय, अभावग्रस्त, आश्रित, वृद्ध, विकलांग, जरूरतमंद व्यक्ति पर दया दिखाते हुए उसकी सेवा और सहायता न की जाए, तो समाज भला कैसे उन्नति करेगा? सच तो यह है कि सेवा ही असल में मानव जीवन का सौंदर्य और श्रृंगार है।
सेवा न केवल मानव जीवन की शोभा है, अपितु यह भगवान की सच्ची पूजा भी है। भूखे को भोजन देना, प्यासे को पानी पिलाना ही सच्ची मानवता है। श्री योगेंद्र विक्रम सिंह जी, श्रीमती अर्चना सिंह जी आज आपके द्वारा किये गये इन नेक कार्य हेतु आपको एवं आपके पूरे परिवार को मेरा कोटि-कोटि वंदन पूरे संगठन की तरफ से स्व०रामकीरतसिंहजी की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटि-कोटि नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि ।
हम सब परमपिता परमात्मा, मां अन्नपूर्णा एवं मां लक्ष्मी से आपके पूरे परिवार की सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य, यश, कीर्ति एवं दीर्घायु की मंगल कामना करता हूं आप सब जीवन में यूं ही मुस्कुराते हुए निःशक्तजनों की मदद कर आनंद की अनुभूति प्राप्त करें यही परमपिता परमात्मा से कामना है ।