बागेश्वर धाम में सजी 125 कन्याओं की डोली, 16 शृंगार के साथ विदा की गई दुल्हने
इन कन्याओं के विवाह के बाद बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री रात लगभग 1 बजे उपहार देने पहुंचे और बारातियों से मुलाकात की. फिर सभी दुल्हने अपने-अपने ससुरालवालों के साथ गाड़ियों में रवाना हो गईं

बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर कई आरोप लगे है लेकिन उन पर लगे आरोपों को पुलिस जांच में झूठा पाया गया. हालांकि लोग उन पर अभी भी शब्द बाण छोड़ रहे है लेकिन इनसे बेपरवाह मानव कल्याण के कामो में लगे है.
उनके परोपकारी कार्यों की कड़ी में मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम में 18 फरवरी को 125 कन्याओं का विवाह हुआ. हालांकि पहले तय हुआ था कि 121 कन्याओं का विवाह होगा. उस समय सभी नई नवेली दु्ल्हने सभी तरह के श्रृंगार से सजकर परिजनों से साथ मंडप में आईं और विवाह के बाद ससुराल चली गईं.

इन कन्याओं को आशीर्वाद देने कई साधु-संतों के साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी पहुंचे. वही सीएम ने इस पुनीत कार्य को लेकर ट्वीट भी किया- बागेश्वर धाम ज्ञान, भक्ति और कर्म का त्रिवेणी संगम है. बेटियों के विवाह में यहां आकर स्वयं को धन्य महसूस कर रहा हूं.
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बागेश्वर धाम, जिला छतरपुर में श्री हनुमंत कथा एवं 121 कन्या विवाह महोत्सव में सहभागिता की. वही इन कन्याओं के विवाह के बाद बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री रात लगभग 1 बजे उपहार देने पहुंचे और बारातियों से मुलाकात की. फिर सभी दुल्हने अपने-अपने ससुरालवालों के साथ गाड़ियों में रवाना हो गईं.

वही दुल्हने काफी भावुक हो गयी और बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की खूब प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने जितना किया उतना तो किसी और ने भी नहीं किया. बागेश्वर धाम द्वारा मिली जानकारी के अनुसार इस ऐतिहासिक समारोह में लगभग 50 लाख लोग शामिल हुए थे जिसे अप्रत्यक्ष रूप से 2 करोड़ लोगों ने देखा.
वही विवाह के समय पहुंचे बागेश्वर धाम प्रमुख ने कन्याओं से उनके मन की बात पूछी और इस दौरान कई भावुक करने वाले पल भी आए. कई कन्याओं और परिजनों की आंखों में आंसू तक आ गए.