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यूपी सरकार की जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों के फ्री इलाज के लिए बड़ी पहल

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत हर साल जन्मजात हृदय रोग पीड़ित 4 से 5 हजार बच्चों की पहचान होती है लेकिन इलाज फिलहाल लगभग 500 लोगों को ही मिल पाता है

हृदय रोग का वर्तमान में इलाज काफी महंगा है। ऐसे में उन माता-पिता के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो जाती है जिनके बच्चे जन्म से ही इस रोग से पीड़ित है। अब यूपी सरकार के एक फैसले से जन्मजात हृदय रोग पीड़ित बच्चों को जल्द मुफ्त इलाज मिल सकेगा।

वैसे इलाज की सुविधा अभी लगभग 10 फीसदी बच्चों को ही मिल पा रही है। इसे समझे तो राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत हर साल जन्मजात हृदय रोग पीड़ित 4 से 5 हजार बच्चों की पहचान होती है लेकिन इलाज फिलहाल लगभग 500 लोगों को ही मिल पाता है।

वैसे आरबीएसके के तहत केंद्र सरकार ऐसे पीड़ित बच्चों को 31 पैकेज के जरिए इलाज मुहैया करा रहा है और पैकेज 15 हजार रुपये से लेकर दो लाख रुपये तक के होते हैं। जानकारी के अनुसार कुछ बच्चों में हृदय रोग संबंधी मामूली समस्या होती होती है, जिसका इलाज सस्ते में हो जाता है।

पढ़ें : देश में करीब हर साल 50,000 से ज्यादा बच्चे कैंसर से ग्रसित होते हैं

दरअसल राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) द्वारा चलाये जा रहे इस कार्यक्रम में हर साल पीड़ित बच्चों की पहचान होती है। एनएचएम से जुड़े सूत्रों के अनुसार साल हृदय संबंधी विभिन्न बीमारियों से पीड़ित लगभग पांच हजार तक बच्चों की पहचान होती हैं।

हाल ही में एनएचएम द्वारा पहली बार हरियाणा के पलवल स्थिति एक निजी चिकित्सा संस्थान से इकरार किया गया है। इस करार के चलते श्री सत्य सांई इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड हार्ट केयर भी एक साल में 200 से 250 बच्चों के मुफ्त ऑपरेशन करेगा जिसके लिया राज्य सरकार भुगतान करेगी।

बताते चले कि अभी तक ऐसे बच्चों का फ्री ऑपरेशन और इलाज केवल अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज में ही मिलता था और अभी हर साल 250 से 300 बच्चों को फ्री ऑपरेशन का औसत है।

इसको देखते हुए प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य पार्थसारथी सेन शर्मा के निर्देश पर एनएचएम के अधिकारियों द्वारा इसके लिए इंप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट मसौदा तैयार हो रहा है। योजना है कि हृदय रोग पीड़ित ज्यादा से ज्यादा बच्चों को मुफ्त इलाज मिल सके एवं इसके लिए स्वास्थ्य विभाग और अस्पतालों से करार करने की योजना बना रहा है।

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