
नई दिल्ली। शराब घोटाला मामले में सीबीआई द्वारा कल आठ घंटे तक हुई पूछताछ के बाद गिरफ्तार किये गये दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया को आज राऊज एवेन्यू कोर्ट ने पांच दिनों की रिमांड सीबीआई को दे दी.
रिपोर्ट के अनुसार स्थानीय मीडिया को उनके परिवार के लोगों ने मीडिया को बताया कि 8 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद सीबीआई ने उन्हें शाम 7:15 बजे हिरासत में लिया था.
स्थानीय मीडिया की माने तो सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को सबूतों को नष्ट करने के आरोप में भी गिरफ्तार किया है और उनके खिलाफ मिलीभगत भी आरोप है. इस मामले में एक ब्यूरोक्रैट ने सीबीआई को दिए अपने बयान में कहा था कि एक्साइज पॉलिसी तैयार करने में सिसोदिया की अहम भूमिका थी.
वही उनकी गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी ने अब खुलकर बीजेपी और मोदी सरकार के खिलाफ हमलावर रुख अपना लिया है. सीबीआई ने उनके खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है और कल आठ घंटे तक हुई पूछताछ के बाद उनको गिरफ्तार कर लिया था.
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स्थानीय मीडिया की माने तो उनके परिवार के लोगों ने मीडिया को बताया है कि 8 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद सीबीआई ने उन्हें शाम 7:15 बजे अरेस्ट कर लिया गया था।
स्थानीय मीडिया की माने तो सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को सबूतों को नष्ट करने के आरोप में भी गिरफ्तार किया है। आरोप के मुताबिक उनपर मिलीभगत आरोप है। इस मामले में उस ब्यूरोक्रैट का बयान भी अहम है, जिसने सीबीआई को दिए बयान में कहा था कि एक्साइज पॉलिसी तैयार करने में सिसोदिया ने अहम भूमिका निभाई थी.
उधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को एक बड़ा बयान दिया कि उन्हें जानकारी मिली है कि अधिकतर सीबीआई अधिकारी’ उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को शराब नीति मामले में गिरफ्तार करने के खिलाफ थे, लेकिन उन्हें ‘राजनीतिक दबाव’ के चलते उन्हें बिना सबूत के ऐसा करने के लिए मजबूर किया गया था.