उर्मिला बा सबके लिए बड़ी मिसाल हैं , तीन बच्चों को खोने के बाद भी नहीं मानी हार
रिपोर्ट के मुताबिक उर्मिला बा हर महीने 5 लाख रुपये कमाती हैं। उर्मिला बा की जिंदगी शुरुआत से ही संघर्ष भरी रही है। तीन बच्चों को खोने के बाद वह अपना घर सालों से लोगों के घर में खाना बनाकर चलाती रहती हैं।

कहते हैं हिम्मत करने वालों की हार नहीं होतीI 78 साल की उर्मिला बा की इंस्पायरिंग कहानी भी यही मिसाल पेश करती हैI जिस उम्र में लोग हार मान बैठते हैं, उनका जज्बा ठंडा पड़ जाता है, उम्र की उस दहलीज पर उर्मिला बा ने अपना खुद का बिजनेस खोलाI कभी आर्थिक तंगी में जीने को मजबूर उर्मिला बा के पास अब पैसों की कमी नहीं हैI
वे खाने के स्टोर के साथ यूट्यूब चैनल भी चला रही हैंI स्टरशेफ इंडिया 7 की सबसे चहेती और उम्रदराज कटेस्टेंट उर्मिला बा को शो में खूब लाइमलाइट मिल रही हैI उनकी जर्नी को टॉप मोस्ट जजेस ही नहीं पूरा देश सलाम कर रहा हैI बच्चों की मौत से लेकर पैसों की तंगी में जिंदगी काटने वाली उर्मिला बा आज स्टार बन गई हैंI तो चलिए बिना देर किए जानते हैं कैसे 203 घरों में खाना बनाकर गुजारा करने वाली उर्मिला बा बिजनेस वुमन बनींI
फेमस कुकिंग शो मास्टरशेफ इंडिया सीजन 7 में मुंबई की रहने वालीं 78 वर्षीय उर्मिला जमनादास असर बतौर कंटेस्टेंट शामिल हुई हैंI उर्मिला जमनादास असर को लोग प्यार से उर्मिला बा भी बुलाते हैंI उन्होंने अपनी जिंदगी में बहुत दुख झेला हैI हालांकि वह कभी हार नहीं मानींI शो में उनकी बनाई हुई डिश मास्टरशेफ इंडिया के जज शेफ रणवीर बरार, गरिमा अरोड़ा और विकास खन्ना को बहुत पसंद भी आई थीI उर्मिला बा को उनके यूट्यूब चैनल गुज्जू बेन के नाम से जाना जाता हैI उनकी कहानी बेहद इमोशनल है लेकिन खास बात ये है कि इतना सब हो जाने के बावजूद भी उन्होंने कभी हार नहीं मानीI
78 वर्षीय उर्मिला बा को लोग यूट्यूब चैनल गुज्जुबेन के नाम से जाना जाता हैI मास्टर शेफ इंडिया में आने के बाद वह सोशल मीडिया पर छा गई हैंI उसने जजों और टेलीविजन पर उसे देखने वाले सभी लोगों का दिल जीत लिया हैI उर्मिला बा ने ऐसा भी वक्त भी देखा है जब वह 203 घरों में खाना बनाकर अपना गुजारा करती थीं और आज वह बिजनेस विमन हैंI कम उम्र में अपने पति और बच्चों को खोने के बाद भी उर्मिला बा ने हार नहीं मानी और जीवन को दूसरा मौका दियाI
पति के न होने के कारण उन्हें लॉकडाउन में आर्थिक तंगी में जीने को मजबूर होना पड़ा था इसके लिए उन्होंने अपने पोते हर्ष के साथ मिलकर साल 2020 में के नाम से अपना यूट्यूब चैनल शुरू किया, जिसमें वह कई सारे डिशेज बनाना सिखाती हैंI इस चैनल पर उनके कई सारे फॉलोअर्स भी हैं. 78 साल की उम्र में भी उर्मिला बा ने अपनी ताकत को सभी के सामने पेश किया हैI
उर्मिला बा की ढाई साल की बच्ची तीसरी मंजिल से गिर गई थी जिससे उसकी मौत हो गई थीI उर्मिला बा टूटी हुई हिम्मत को संभाल ही रही थी कि उनके एक लड़के कि बहुत कम उम्र में हार्ट अटैक से मौत हो गयी थीI दूसरे बेटे की मृत्यु ब्रेन ट्यूमर की वजह से हो गई थी। दूसरी ओर, पोते हर्ष अशर एमबीए करने के बाद नौकरी करने लगे थे। लेकिन साल 2014 में नौकरी छोड़ कर उन्होंने अफना कॉर्पोरेट और मर्चैंडाइज का बिजनेस शुरू किया। लेकिन साल 2019 में हर्ष का एक्सिडेंट हो गया। जिसके बाद उनके परिवार को फिर से आर्थिक तंगी से जूझना पड़ा।
पोते हर्ष ने कहा था, एक्सिडेंट की वजह मैं डिप्रेशन में चला गया था क्योंकि सर्जरी की वजह से मेरा चेहरा बिगड़ गया था। मैंने घर से बाहर जाना छोड़ दिया था। मेरे एक्सीडेंट के बाद सबकुछ ठप्प हो गया। उसके बाद लॉकडाउन ने हालत और खराब कर दी थीI
आप को बता दे कि उन्होंने इस दुःख के बाद बैठने की जगह अपने कंधे पर जिम्मेदारियां संभाली और अपनी सास के इलाज भी कराया। उर्मिला बा के साथ आज पूरी टीम काम करती है और उनके खाने की डिमांड काफी ज्यादा हैI उर्मिला बा अब अपनी पर बहू और पोते के साथ रहती हैं। मास्टरशेफ इंडिया सीजन 7 में उनके आने पर लोगों को उनके संघर्ष के बारे में जानने का मौका मिल पाया है I
रिपोर्ट के मुताबिक उर्मिला बा हर महीने 5 लाख रुपये कमाती हैं। उर्मिला बा की जिंदगी शुरुआत से ही संघर्ष भरी रही है। तीन बच्चों को खोने के बाद वह अपना घर सालों से लोगों के घर में खाना बनाकर चलाती रहती हैं। वह सुबह 5:30 बजे शुरू होता है दिन बेटर इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक उर्मिला बा हर दिन सुबह सुबह 5.30 बजे उठकर अपना दिन शुरू करती हैं।
वह अपनी बहू राजश्री और पोते हर्ष के लिए चाय-नाश्ता बनाती हैं और इसके बाद अपने स्टोर के लिए पकवान बनाना शुरू कर देती हैं। जमौटो और स्विगी पर उर्मिला बा के बनाए नाश्ते की बहुत मांग है।
‘बिजनेस का मुझे नहीं था पता लेकिन खाना बनाना आता है…उर्मिला बा ने यह भी कहा था कि मुझे नहीं पता है बिजनेस से कैसे होती है और इससे कमाई कैसे जाती है। लोगों के लिए मेरा काम अच्छा और ताजा खाना बनाना है, जिसमें मुझे खुशी मिलती है। 10 से 12 घंटे किचन में बिताने के बावजूद मुझे थकान नहीं महसूस होती है। मुझे औरों से भी खाना बनाना सीखना बहुत अच्छा लगता है ।