
नयी दिल्ली। अंतररास्ट्रीय क्रिकेट से दूर हैं लेकिन घेरलू क्रिकेट में लगातार रन बनाकर अपने नाम की गूंज फैन्स के कानों तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं पृथ्वी शॉ ने अब रणजी ट्रॉफी 2022-23 में असम के खिलाफ मैच में तिहरा शतक लगाकर बीसीसीआई समिति तक अपने फार्म की खबर पहुंचा दी है ।
शॉ ने असम के खिलाफ मैच में 326 गेंद पर तिहरा शतक लगाने का कमाल कर दिखाया है। इतना ही नहीं जैसे ही पृथ्वी 377 रन का आंकड़ा छूआ वैसे ही वो रणजी ट्रॉफी के इतिहास में मुंबई की ओर से सबसे बड़ी पारी खेलने वाले बल्लेबाज भी बन गए हैं। इसके साथ-साथ पृथ्वी शॉ रणजी ट्रॉफी में तिहरा शतक, विजय हजारे ट्रॉफी में दोहरा शतक और सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शतक लगाने वाले भारत के इकलौते खिलाड़ी भी बन गए हैं।
हालांकि वो 400 रनों से चूक गए। असम टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया, जो कि बिल्कुल गलत साबित हुआ।मुंबई की तरफ से पृथ्वी शॉ ने पहले दिन धमाकेदार बल्लेबाजी करते हुए दोहरा शतक लगाया।इसके बाद वो रूके नहीं और फिर दूसरे दिन भी तूफानी बल्लेबाजी जारी रखी और उन्होंने 383 गेंदों पर 379 रन बनाकर एक बार फिर टीम इंडिया में वापसी के लिए दम भरा है। उन्होंने 49 चौके और 4 छक्के और असम के गेंदबाजों को मुश्किल में डाल दिया लेकिन 400 रन पूरा करने से चूक गए।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए उनको मौका दिया जा सकता है। उन्होंने टीम इंडिया के लिए 5 टेस्ट मैचों में 339 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक शामिल है।
रणजी ट्रॉफी में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड
बीबी निंबलकर के नाम दर्ज है
उन्होंने 1948 में काठियावाड़ के खिलाफ ये तूफानी पारी खेली थी
23 साल के पृथ्वी शॉ ने सुनील गावस्कर और चेतेश्वर पुजारा को पीछे छोड़ दिया है
गावस्कर का रणजी ट्रॉफी में सर्वाधिक स्कोर 340 है
वहीं,पुजारा ने साल 2012 में कर्नाटक के खिलाफ 352 रन बनाए थे