
दुनिया के सभी धर्मो में कई पवित्र जगहों का विशेष महत्व है। ऐसे ही कई स्थानों का पवित्र ग्रंथो में जिक्र है। ऐसा ही एक पवित्र स्थान है पूल ऑफ सिलोम, जिसके प्रति यहूदी और ईसाई दोनों ही धर्मों के लोग आस्था रखते है।
हालांकि यहाँ आम लोगों की आवाजाही पर पिछले 2000 साल से रोक है लेकिन खबर है कि जल्द ही इस जगह आम लोग भी जा सकेंगे। पूल ऑफ सिलोम का उल्लेख ईसाइयों के पवित्र ग्रंथ बाइबिल में भी है। इस जगह खुदाई के लिए करोड़ों रुपए के बजट की मंजूरी मिल ने के बाद यहाँ खुदाई भी चल रही है।

एक बार खुदाई पूरी होने के बाद आम लोगों को इस जगह के विभिन्न हिस्सों में बारी-बारी से आने की अनुमति मिलेगी। वैसे इस जगह ठीक से खुदाई होने में कुछ साल लगेंगे। फिलहाल इस जगह का ‘पूल’ वाला छोटा हिस्सा लोगों के लिए खुला है।
पूल ऑफ सिलोम इजरायल में जेरूसलम के दक्षिणी हिस्से में मौजूद सिटी ऑफ डेविड में है। यहाँ खुदाई के लिए इजरायल ने लगभग तीन साल पहले 800 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट की मंजूरी दी थी। पूल आफ सिलोम’ से गुजरकर तीर्थ यात्री पुराने यहूदी मंदिर तक जा सकेंगे।
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कहा जाता है कि इस मंदिर तक पहुंचने का उपयोग प्रभु ईसामसीह ने भी किया था. पूल ऑफ सिलोम को खोलने का फैसला इजरायल एंटिक्स अथॉरिटी, इजरायल नेशनल पार्क अथॉरिटी सिटी ऑफ डेविड फाउंडेशन ने लिया था।वैसे पूल ऑफ सिलोम के के बारे में दावा है कि यहां प्रभु ईसामसीह ने जन्मजात दृष्टिहीन व्यक्ति को ठीक किया था।

इस साइट का निर्माण आज से लगभग 2700 साल पहले जेरूसुलम वाटर सिस्टम के तहत किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार इस साइट के बारे में साल 2004 में पता चला था जब एक मजदूर यहां दुर्घटना के बाद टूटे हुए पाइप की मरम्मत कर रहा था।
इस बारे में जेरूसलम के मेयर मोशे लियोन ने जानकारी दी कि ऐतिहासिक, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व के पूल ऑफ सिलोम का निर्माण राजा हेजेकिया के कार्यकाल में हुआ था। इसका उल्लेख ‘Bible in the Book of Kings II, 20:20’ में है।
मेयर ने जानकारी दी कि पूल ऑफ सिलोम और यहाँ जाने वाला तीर्थ मार्ग, जेरूसलम के सिटी ऑफ डेविड में है। सिटी ऑफ डेविड फाउंडेशन के अंतरराष्ट्रीय मामलों के डायरेक्टर Ze’ev Orenstein के अनुसार इस जगह का यहूदी और ईसाई दोनों ही धर्मों में महत्व है।