लोकसभा व विधानसभा के चुनाव अकेले लड़ेगी पार्टी, नहीं करेंगे किसी से गठबंधन : मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती ने साफ कर दिया कि 2024 के लोकसभा चुनाव और कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी किसी से गठबंधन नही करेगी।

लखनऊI दलित मुस्लिम और ब्राह्मण गठजोड़ के समीकरण को बनाकर यूपी की सत्ता हासिल करने वाली मायावती अब पार्टी में युवाओं को 50 प्रतिशत भागीदारी देंगीI मायावती का मानना है कि अपने इस प्रयोग के जरिए आगामी लोकसभा चुनावों में बसपा के एक बड़ी ताकत बनकर उभरेगीI
जिसके चलते मायावती यूपी में दलित, मुस्लिम और अति पिछड़ी जातियों के वोट पाने पाने के लिए लोकसभा चुनाव के पहले नये सिरे से रणनीति तैयार कर रही हैI जिसमें युवाओं पर फोकस होगा और पार्टी में युवाओं की भागीदारी 50 फीसदी से ज्यादा की जाएगीI बसपा अध्यक्ष मायावती का 15 जनवरी को 67वां जन्मदिन हैI जन्मदिन के पहले मायावती ने युवाओं को पार्टी से जोड़ने का दांव चला हैI
बसपा सुप्रीमो मायावती ने साफ कर दिया कि 2024 के लोकसभा चुनाव और कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी किसी से गठबंधन नही करेगी। उन्होंने यह भी साफ कहा कि जब-जब बैलट से चुनाव हुए बसपा का जनाधार बढ़ा है और वोटिंग प्रतिशत अधिक रहा है, लेकिन ईवीएम से चुनाव होने पर इसमें फर्क पड़ा है। उन्होंने भाजपा की जीत को ईवीएम का कमाल बताया है।
बताया जाता है कि मायावती को राज्य में भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद जैसे नेताओं के मजबूत होकर उभरने की चिंता हैI जिसके चलते उन्होने अपने भतीजे आकाश जो पार्टी के नेशनल कॉर्डिनेटर को युवाओं को जोड़ने की ज़िम्मेदारी सौंपी हैI मायवाती को उम्मीद है कि आकाश पार्टी के 12.8 फीसदी पर पहुंच गए वोटबैंक को बढ़ाने में सफल होंगेI
बसपा को बीते विधानसभा चुनाव में सिर्फ एक विधानसभा सीट मिली थीI जबकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा-राष्ट्रीय लोकदल के साझा गठबंधन के साथ लड़ने पर उसे 10 सीटों पर जीत हासिल हुई थी, लेकिन विधानसभा आमचुनाव में पार्टी को निराश होना पड़ा हैIअब पार्टी के वजूद को फिर से मजबूत आधार देने के लिए मायावती ने युवाओं पर ध्यान केन्द्रित किया हैI
ताकि पार्टी को नए सिरे से खड़ा करते हुए उसे भाजपा का मुक़ाबला करने योग्य बनाया जा सकेI इसी सोच के तहत मायावती ने विधानसभा क्षेत्र स्तर तक के पदाधिकारियों के कामकाज की साप्ताहिक रिपोर्ट मायावती ने मांगी हैI ताकि पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के लिए ठोस पहल की जा सकेI मायावती ने बूथ स्तर तक की सभी समितियों की सुरक्षा के निर्देश पिछले महीने दिए थेI
उन्होंने साफ कहा था कि जो निष्क्रिय हैं, उनको बाहर कर सक्रिय युवाओं को जगह दी जाएI संगठन के इस काम की समीक्षा सभी जिला और मंडल स्तर के पदाधिकारी कर रहे हैंI इस कवायद का मकसद है कि 2024 से पहले हर गांव में बूथ स्तर तक सक्रिय कार्यकर्ताओं का संगठन तैयार करना है. और युवाओं को पार्टी से जोड़ना हैI