
पीएम मोदी द्वारा शुक्रवार सुबह गंगा विलास क्रुज को वर्चुअली हरी झंडी दिखाने के साथ ही वाराणसी के रविदास घाट से इस क्रूज के 51 दिन के सफर की शुरुआत हो गई है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार सवार 31 यात्रियों के साथ ये क्रूज़ विश्व धरोहर से जुड़े 50 जगहों से होकर गुजरेगा।
जिन्हें यहां की संस्कृति की झलक भी दिखाई जाएगी. ये जगहे सुंदरबन डेल्टा और काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान सहित जलयान राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्यों से गुजरेगी। गंगा विलास क्रूज अगले 51 दिन में देश के पांच राज्यों व बांग्लादेश से होकर गुजरेगा और वाराणसी से डिब्रूगढ़ के बीच लगभग 3,200 किलोमीटर की दूरी तय करेगा।
Beginning of cruise service on River Ganga is a landmark moment. It will herald a new age of tourism in India. https://t.co/NOVFLFrroE
— Narendra Modi (@narendramodi) January 13, 2023
रिपोर्ट के अनुसार पर्यटकों को रोमांचित करने के लिए इस क्रूज़ ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। लग्जरी सुविधाओं के लैस दुनिया के सबसे लंबे इस रिवर क्रूज गंगा विलास में जिम, स्पा सेंटर, लेक्चर हाउस, लाइब्रेरी भी होगी। इस पर मौजूद 40 लोग यात्रियों को हर तरह की लग्जरी सुविधा मुहैया करायेंगे।
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ये गंगा विलास क्रूज किसी फाइव स्टार होटल से कम नहीं होगा जिसका डिज़ाइन विशेष रूप से वाराणसी और गंगा बेल्ट के धार्मिक पर्यटन पर ध्यान केंद्रित करने के साथ डिजाइन किया गया है।
स्थानीय मीडिया के अनुसार इसमें सवार 31 लोगों में स्विस मेहमान है जो काशी से गंगा विलास क्रुज पर सवार होकर यात्रा पर निकले है। ये यात्रा कुल 3200 किलोमीटर की है।