
जकार्ता । राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने बताया कि इंडोनेशिया के उत्तरी सुमात्रा में सोमवार को भारतीय समयानुसार तड़के 3.59 बजे 6.1 तीव्रता का भूकंप आया। रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप आने से सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की गई। रिपोर्ट में कहा गया कि गंभीर नुकसान या हताहतों की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।
इससे पहले 21 नवंबर को 5.6 की तीव्रता वाले भूकंप में कम से कम 331 लोग मारे गए और पश्चिम जावा के सियानजुर शहर में लगभग 600 लोग घायल हो गए। यह सुलावेसी में 2018 में आए भूकंप और सूनामी के बाद से इंडोनेशिया में सबसे घातक था, जिसमें लगभग 4,340 लोग मारे गए थे। यही नहीं, गहरे समुद्र में आए भीषण भूकंप के प्रभाव से इस महीने की शुरुआत में पूर्वी इंडोनेशिया में कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई थीं।
‘नेशनल डिजास्टर मिटिगेशन एजेंसी’ ने बताया कि इंडोनेशिया के तानिमबार द्वीप और दक्षिण-पश्चिम मलुकु जिलों में दो स्कूल भवनों और 124 मकानों को नुकसान पहुंचा। एजेंसी के प्रवक्ता अब्दुल मुहारी ने एक बयान में बताया, “स्थानीय निवासियों को तीन से पांच सेकेंड तक भूकंप के तेज झटके महसूस हुए।
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झटका महसूस होने पर लोगों में डर फैल गया और वे घरों से बाहर निकल आए। भूकंप का केन्द्र तानिमबार द्वीपसमूह के पास बांदा सागर में था जहां की आबादी करीब 1,27,000 में था. 7.6 तीव्रता के इस भूकंप के झटके को पापुआ और पूर्वी नुसा तेंगारा प्रांतों में महसूस किया गया। इंडोनेशिया के मौसम विज्ञान, जलवायु विज्ञान एवं भूभौतिकीय एजेंसी ने 7.6 की तीव्रता के भूकंप के बाद सूनामी की चेतावनी जारी की थी, जिसे तीन घंटे बाद वापस ले लिया गया था।