
कानपुर देहात –
जनपद के थाना मंगलपुर अंतर्गत चौकी संदलपुर में बीते दिनांक 18.12.2022 को गौकशी की घटना को लेकर जमकर हंगामा हुआ। इस मामले में खूब राजनीति का कुर्ता चमकाया गया मामले को खूब तूल दिया गया। मामले में तत्कालीन चौकी प्रभारी दिनेश भारती को लाइन हाजिर कराने की खूब वाह- वाही भी लूटी है ।
इस मामले को लेकर जिस खेत में गौकशी करने की शिकायत हुई, दरअसल चौकी पुलिस द्वारा उस जगह जांच में वहां कुछ नहीं मिला ! जिसको लेकर एक आरोपी द्वारा उसकी साजिश में शामिल होने का दबाव खेत मालिक पर बनाया गया ! लेकिन उनसे सच्चाई का साथ दिया, जो उस साजिशकर्ता को नागवार गुजरा?
फोटो – आरोपी वेदप्रकाश अवस्थी उर्फ दुन्नू अवस्थी
जिसके बाद खेत के मालिक ने अपने द्वारा, घटना की सच्चाई और क्षेत्र को धार्मिक उन्माद के साथ धर्म विशेष के निर्दोषों को बचाने के लिए दिए गए हलफनामे में उक्त घटना के संबंध में अपने खेत पर नहीं होना बयान किया गया।
जिसके बाद आरोपी ने खेत मालिक को फोन पर हलफनामा वापस लेने के दबाव बनाया, जब उसने सच्चाई का साथ देने की बात कही तो उसे जान से मारने की धमकी देने लगा।
आरोपी ने खेत मालिक की पत्नी के फोन उठाने पर पहले फोन न काटने की अभद्रता से बात की, उसके बाद पति को इस मामले में हलफनामा वापस लेने की धमकी दी, और कहा कि यदि ऐसा नहीं होगा तो तुम्हारा सुहाग उजाड़ देंगे !
जबकि आरोपी द्वारा इस मामले में पहले ही क्षेत्र में धार्मिक उन्माद फैलाने के साथ, मंसूबों में आड़े आने वाले तत्कालीन चौकी इंचार्ज दिनेश भारती को आलाधिकारियों पर दबाव डाल कर लाइन हाजिर करा दिया गया। जिस साजिश को घटना बता कर यह कूट रचित कार्य हुआ, जिसके चलते घटना की बीती रात से दो दिन तक पुलिस को परेशान किया गया ?
जनपद पुलिस कप्तान (SP) सुनिति के द्वारा मामले का संज्ञान लेते प्रत्येक बिंदु पर पूरी गंभीरता और सक्रियता से जांच कराई गई! जिसके बाद जिल पुलिस के होश उड़ गए! अब पुलिस को इस मामले की हकीकत पता चली, यह सारा षड्यंत्र एक बहुत बड़ी साजिश थी ? जिसका मकसद निकाय चुनाव से पहले बड़े धार्मिक उन्माद को फैलाया जाना, हो सकता था !
षड्यंत्र 1 के रोचक पहलू :-
जिस गौकशी की सूचना पर बीते दिनांक 17.12.2022 को चौकी संदलपुर पुलिस को दी गई, उस दिन की रात को पुलिस शिकायतकर्ताओं के द्वारा बताए गए स्थानों पर लगातार पुलिस ने कई जगह छापेमारी की, लेकिन हाथ कुछ नहीं लगा।
इस दौरान पुलिस के साथ शिकायतकर्ता भी मौजूद रहे, तो कई जगह पुलिस जीवन को बेवजह भेजकर परेशान किया गया। इस घटना से कोई बड़ी अनहोनी न हो जिसको लेकर चौकी प्रभारी समेत पुलिस जवान लगातार हलाकान रहे, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। पुलिस ने चप्पा चप्पा छाना, कोई सुराग नहीं मिला !
दूसरे दिन सूरज की किरण के साथ जैसे जैसे सूरज चढ़ता गया वैसे- वैसे इस फर्जी सूचना का राजनीतिक षड्यंत्र का पारा भी बढ़ता गया? फिर क्या था अब पुलिस से गौकशी की घटना के दोषी लोगों की गिरफ्तारी की मांग शुरू हुई। लेकिन चौकी संदलपुर प्रभारी द्वारा इस सूचना पर शिकायतकर्ता के अनुसार धर्म विशेष के निर्दोषों को बिना सबूत हिरासत में लेकर पूछताछ करने से मना करना मंहगा पड़ गया !
अभी तक मांग जहां गौकशी करने वालों में खिलाफ थी, जिसका मकसद धर्म विशेष के प्रति क्षेत्र में धार्मिक उन्माद फैलाना था ? षड्यंत्रकारी के मंसूबों पर पानी फिरता देख इसे स्वधर्म से जोड़कर, चौकी पुलिस के विरोध में धरना विरोध प्रदर्शन शुरू किया गया। सड़क पर सूरज चढ़ने से लेकर ढलने तक जमा लगाया गया।
लिहाज़ा जैसे जैसे सर्द मौसम का पारा लुढ़ग रहा था, वैसे वैसे राजनीतिक सरगर्मी बढ़ती जा रही थी। साजिशों का सिलसिला शुरू हुआ ? आरोप है कि उक्त विरोध प्रदर्शन में एक भ्रष्टाचार के आरोपियों ब्लॉक प्रमुख ने भी दस्तक दी, इस दौरान उसे अपने पुराने दुश्मन लगने वाले चौकी संदलपुर प्रभारी से बदला लेने का सुनहरा मौका हाथ लग गया, वह इस मौके वह अपनी पूरी चांडाल चौकड़ी के साथ इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गया। इस साजिश में वह भी शामिल था जिस पर थाना मंगलपुर में दिनांक 25.12.2022 में कई धाराओं में मुकदमा पंजीकृत हुआ।
अब आपको बताते हैं, क्यों लगी अवस्थी की षड्यंत्र की बस्ती में आग :-
- बीते दिनांक 18.12.2022 के गौकशी की घटना के आरोपी द्वारा थाना मंगलपुर अंतर्गत चौकी संदलपुर क्षेत्र के हिंसावा गांव निवासी अनिल कुमार उर्फ अन्नू पांडेय पुत्र छोटे लाल के खेत में दर्शाया गया।
- खेत मलिक अनिल कुमार उर्फ अन्नू पांडेय ने उक्त घटना को लेकर सच्ची मानवता दिखते हुए क्षेत्र को धर्म विशेष के प्रति नफरत फ़ैलाने और धार्मिक उन्माद पैदा करने में उद्दशु से रची गई पटकथा के खिलाफ सच्चाई से हलफनामा में बयाना दाखिल कर पुलिस को पेश किया गया।
- अपने साथी द्वारा रचित इस षड्यंत्र में फेल होने और फिर खेत मालिक उर्फ अन्नू पांडेय द्वारा सच्चाई बयान करते हुए हलफनामा दाखिल करने पर थाना क्षेत्र का आरोपी मुकबिलपुर निवासी वेदप्रकाश अवस्थी पुत्र राकेश अवस्थी बौखला गया।
- आरोपी वेदप्रकाश अवस्थी पीड़ित अनिल कुमार उर्फ अन्नू पांडेय को फोन पर संपर्क पर दाखिल हलफनामे को वापस लेने का दबाव बनाने लगा, जब पीड़ित ने उसकी इस घटिया मानसिकता के खिलाफ दो टूक होकर जबाव दिया तो वह उसे जान से मारने की धमकी देने लगा।
- उक्त मामले में पीड़ित अनिल कुमार उर्फ अन्नू पांडेय पुत्र छोटेलाल निवासी हिंसावा ने पुलिस कप्तान (SP) सुनिति को लिखित शिकायत पत्र देते हुए पेश हुआ। जिसके बाद आरोपी के खिलाफ कार्यवाही शुरू है।
थाना मंगलपुर में पीड़ित अनिल कुमार उर्फ अन्नू पांडेय से प्राप्त शिकायत में बताया गया कि वह शांति प्रिय परिवार का सदस्य है, यह है कि प्रार्थी के खेत में गौकशी की घटना दर्शायी गई थी वह पूर्णतया असत्य है। इस संबध में प्रार्थी द्वारा एक हलफनामा दिया गया कि प्रार्थी किसी निर्दोष को नहीं फंसाना चाहता है, न हि मेरे खेत पर कोई घटना हुई है। उपरोक्त हलफनामे को जानकारी मुकबिलपुर निवासी वेदप्रकाश अवस्थी पुत्र राकेश अवस्थी को मिली, कि हमारी पत्नी को 20 बार फोन लगाकर धमकाया कि अपने पति को समझा दो अपना दिया हुआ हलफनामा वापस ले ले , वरना तुम्हारे सुहाग के भुगतना पड़ेगा और तुम अपने सुहाग को रोओगी इस प्रकार झूठे मुकदमे में फंसाने धमकी दी गई।
पीड़ित ने भी बताया कि उपरोक्त वेदप्रकाश अवस्थी बहुत ही षड्यंत्रकारी व्यक्ति है, यह आए दिन पब्लिक एवं दुकानदारों को धमकाता रहता है! आरोपी द्वारा फर्जी मुकदमे में फंसाने और जान से मारने की धमकी को लेकर पीड़ित ने पुलिस कप्तान (एसपी) से सुरक्षा की गुहार लगाने के साथ फर्जी मुकदमे से बचाए जाने की मांग की है।
इस मामले में पीड़ित अनिल कुमार उर्फ अन्नू पांडेय की शिकायत पर पुलिस कप्तान के आदेश पर अंडर सेक्शन 154 Cr.P.C के तहत आरोपी वेदप्रकाश अवस्थी पुत्र राकेश अवस्थी निवासी मुकबिलपुर थाना मंगलपुर के खिलाफ धारा 504, 506, 507 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।
षड्यंत्र 2 के रोचक पहलू :-
इस फर्जी घटना में जमकर विरोध धरना प्रदर्शन करने के साथ उन्मादी मानसिकता के असमाजिक तत्वों ने आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद के साथ बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को घटना की गलत जानकारी देकर उन्हें धार्मिक उकसावे में अपनी कूट रचित पटकथा में समर्थक बनाया! और फिर संदलपुर पुलिस चौकी के सामने सिकंदरा-बिल्हौर मार्ग पर जाम लगा दिया गया था ।
बताया गया तत्कालीन चौकी प्रभारी दिनेश भारती द्वारा भ्रष्टाचार के एक मामले में आरोपी संदलपुर ब्लॉक प्रमुख राहुल तिवारी उर्फ मीनू के खिलाफ दर्ज मामले अपनी जांच आख्या विभाग को प्रस्तुत की थी। जिसको लेकर आरोपी, चौकी प्रभारी से मन ही मन टीस रखने लगा था। आरोपी को बदलना लेने की सही मौके की तलाश थी, ताकि वह इस चौकी प्रभारी को सन्दलपुर से दोषारोपण कर हटवा सके !
फिर क्या हुआ कई महीनों से अपने साथियों के साथ बदला लेने की रणनीति बनाने में ब्लॉक प्रमुख राहुल तिवारी जुटा था ! जिसमें उसके साथ आरोपी वेदप्रकाश अवस्थी भी शामिल था। अब निकाय चुनाव की आहट होते ही गौकशी का धार्मिक मुद्दा बनाकर रूप रंग देने की सोची समझी रणनीति शुरू हुई !
इस दौरान दिनांक 17.12.2022 को एक गौकशी की सूचना का जन्म हुआ, यह सूचना पुलिस को दो दिन हलाकान किए रही। 18 तारीख को सुबह गौकशी करने वालों को गिरफ्तारी की मांग को लेकर शुरू हुए विरोध प्रदर्शन का रूप दोपहर तक बदलने लगा ?
जैसे ही सूरज का पारा चढ़ा वैसे ही राजनीतिक सरगर्मी तेज हुई। सियासत तेज हुई, चांडाल चौकड़ी के सभी सिपहसालार मालिक के खिलाफ हुई भ्रष्टाचार की जांच में अपनी पुलसिया कार्यवाही को दाखिल करने वाले तत्कालीन चौकी प्रभारी दिनेश भारती के खिलाफ का ताना बाना बुनने लगे। पहले फर्जी कुर्ताधाती इसमें शामिल, फिर आरोपी भ्रष्टाचार के मसीहा के आने पर अब विरोध प्रदर्शन धरना प्रदर्शन और रोड जाम करने में बदल गया। मौके पर एएसपी और एसडीम सिकंदरा ने घटना का जायजा लिया।
अब एएसपी और एसडीम करें भी क्या, मामला गंभीर था ! पहले मामला गौकशी के आरोपियों की गिरफ्तारी का था, लेकिन नेता जी के आने पर मामला चौकी प्रभारी को सस्पेंड करने पर शुरू हो गया। जिला प्रशासन नेता जी के आगे नतमस्तक, क्योंकि नेता जी ब्लॉक प्रमुख ने गौ माता की आड़ ले रखी थी। गौ माता के मुद्दे पर योगी सरकार में किसी की चलने वाली नहीं थी? क्योंकि सीएम योगी हमेशा गौवंश संरक्षण और संवर्धन के पक्षकार हैं।
हम सभी प्रदेश के मुख्यमंत्री की इस विचारधारा का हृदय से सम्मान करते हैं, सभी जाति धर्म के लोगों को गौवंश का संरक्षण और संवर्धन करना भी चाहिए।
फिलहाल योगी जी के राज में संदलपुर ब्लॉक प्रमुख ने इसका खूब फायदा उठाया। ब्लॉक प्रमुख राहुल तिवारी उर्फ मीनू दद्दा को गौकशी का मामला मिला गया, जब ASP और SDM ने मामले को सुलझाने की मंशा पूछी तो चट से राहुल तिवारी ने सबसे पहले चौकी प्रभारी को हज़म करने की इच्छा जताई! जिला प्रशासन मना भी कैसे करता क्योंकि मीनू दद्दा माननीय सम्माननीय ब्लॉक प्रमुख संदलपुर हैं, उनके ही क्षेत्र में घटना का मामला हुआ है। उनका भी हक है कि वह सर्वे सर्वा रहें ?
फाइल फोटो ब्लॉक प्रमुख सन्दलपुर राहुल तिवारी उर्फ मीनू दद्दा
हालत के आगे झुकी पुलिस :-
लेकिन अब वर्तमान में पुलिस कप्तान के सामने यह भी असमंजस की स्थिति और मजबूरी थी कि आखिर किया क्या जाए। एक तरफ धर्म संकट, दूसरी तरफ विभागीय सब इंस्पेक्टर को टारगेट करने वाले लोगों की तुच्छ मानसिकता से कैसे क्षेत्रीय जनता और पुलिस को बचाया जाए।
कुछ दिन पहले दिनांक 12.12.2022 को शिवली थाना के लालपुर सरैया निवासी बलवंत हत्या का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि संदलपुर में सत्ता सार्थकों से टकराव पुलिस के लिए शायद उचित नहीं होता, शायद इस लिए पुलिस कप्तान ने हलातों को देखते हुए अपने चौकी प्रभारी संदलपुर दिनेश भारती को सस्पेंड न करके लाइन हाजिर होने की सजा दी।
बहराल हालत ऐसे बने कि इस मामले में तत्कालीन चौकी प्रभारी दिनेश भारती को लाइन हाजिर करने को कहा गया। इसी दौरान एक भाजपा नेता ने ब्लॉक प्रमुख राहुल तिवारी द्वारा राज्यमंत्री अजीत सिंह पाल पर दबाव डाल कर पुलिस कप्तान से चौकी प्रभारी को तत्काल लाइन हाजिर करने की बात सुनकर अपने जी पार्टी के ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ विरोध शुरू कर दिया।
ASP और SDM के सामने ब्लॉक प्रमुख के षड्यंत्र की खुली पोल !
मौके पर मौजूद ASP और SDM सिकंदरा के सामने एक भाजपा नेता ने ब्लॉक प्रमुख राहुल तिवारी पर चौकी प्रभारी संदलपुर को अपनी व्यक्तिगत द्वेष के कारण राजनीतिक षड्यंत्र रचकर गौकशी के मामले की आड़ में लाइन हाजिर कराने के गंभीर आरोप लगाना शुरू कर दिए कुछ देर तो मौके पर मौजूद दोनों सक्षम अधिकारियों को कुछ समझ नहीं आया। खुद ब्लॉक प्रमुख अपनी सफाई सबके सामने पेश करने लगे, वहीं उनके चौकड़ी के समर्थक अपने आका के समर्थन में एक वरिष्ठ भाजपा नेता पर हावी होते नजर आए।
दो गुटों में बंटी भाजपा !
इस दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता ने ब्लॉक प्रमुख राहुल तिवारी और उनके सार्थको पर आरोप लगाया कि इन्होंने चौकी प्रभारी के खिलाफ इस लिए षड्यंत्र किया क्योंकि आरोपी ब्लॉक प्रमुख द्वारा पूर्व में कई विकास कार्यों के नाम पर सरकारी धन का गबन किया थे जिसके खिलाफ मामले की जांच चौकी प्रभारी दिनेश भारती ने दाखिल की थी, जिसमे गबन को वास्तविक जिम्मेदारी किसकी थी यह दर्शाया जाए। जिस कारण ब्लॉक प्रमुख उनसे अपनी दुश्मनी मानने लगा था। यह भी आरोप लगाया कि गौकशी के नाम पर क्षेत्र में अमन शांति को भंग करने की मानसिकता के तहत यह सब कूट रचित पटकथा के अभिनय हो रहा है !
अधिकारियों को महसूस हुई षड्यंत्र की बदबू :-
अब अधिकारियों की इस मामले को जानने को रुचि जागी उठी, संक्षेप में उन्होंने भ्रष्ट ब्लॉक प्रमुख राहुल तिवारी की काली करतूतों और भ्रष्ट मानसिकता को भांप लिया। इसी दौरान इस घटना में ASP और SDM ने षड्यंत्र की बदबू को सूंघ लिया। ASP ने पूरे घटना क्रम से पुलिस कप्तान को अवगत कराया।
जिसके बाद आरोपी वेदप्रकाश अवस्थी के द्वारा गौकशी की घटना के षड्यंत्र का पर्दाफाश हुआ। फिलहाल बेवजह कानून व्यवस्था को चैलेंज करने वाले तमाम उन्मादी असमाजिक तत्व पुलिस कप्तान सुनिति की रडार पर हैं।
सवाल तो उठेंगे ही:-
बेकसूर तत्कालीन चौकी प्रभारी दिनेश को सजा क्यों मिली ?
अब प्रश्न उठता है, क्या इतने बड़े मामले के आरोपी वेदप्रकाश अवस्थी की गिरफ्तारी होगी ?
क्या उसके द्वारा धार्मिक उन्माद फैलाना की छूट मिलती रहेगी?
संदलपुर फर्जी गौकशी की सूचना में शामिल षड्यंत्रकारियों की पुलिस करेगी छानबीन?
किसके इशारे पर इतना बढ़ा दंगा कराने की तैयारी थी ?
आखिर RSS और विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल कार्यकर्ताओं को किसने बुलाया?
किसने फर्जी सूचना का प्रचार प्रसार किया?
क्या पुलिस फर्जी सूचना देने वाले पर कठोर कानूनी कार्यवाही करेगी?
सवाल यह भी है कि ब्लॉक प्रमुख के गुर्गों पर कार्यवाही कब होगी?