192 वृद्धजनों को मिला समाज कल्याण से आसरा

▪️असीम अरुण, समाज कल्याण राज्य मंत्री की पहल पर चलाया गया रेस्क्यू अभियान

▪️डीजीपी को पत्र लिख पुलिस विभाग से मांगा सहयोग

▪️ठण्ड में ठिठुरते 192 वृद्धजनों को वृद्धाश्रम का मिला सहारा

▪️कहीं भी कोई निसहाय वृद्धजन दिखें तो आपात पुलिस सेवा 112 अथवा एल्डरलाइन 14567 पर सूचित करें

लखनऊ । जनपद कौशांबी में आंध्र प्रदेश के कोकीनपति वीरास्वामी जी को रात्रि में गर्म कपड़ों के बिना ठिठुरता पाया गया जिन्हें वृद्धाश्रम में लाकर उनकी समुचित देखभाल की गई। हिंदी न जानने के कारण गूगल के माध्यम से उनकी भाषा का हिंदी अनुवाद किया गया और उनके परिवारीजनों से संपर्क कर उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाने में मदद की गई। आज वो अपने पूरे परिवार के साथ कुशल मंगल हैं और समाज कल्याण विभाग को धन्यवाद दे रहे हैं।

ऐसे ही निराश्रित वृद्धजनों को सम्मानजनक जीवन देने के लिए समाज कल्याण विभाग द्वारा शीतलहर को देखते हुए प्रदेशव्यापी अभियान चलाकर वृद्धाश्रम में सुरक्षित लाया गया है। विगत माह में चले अभियान में 192 निराश्रित वृद्धजनों को जिला समाज कल्याण अधिकारी समेत वृद्धाश्रम के स्टॉफ, स्वयं सेवियों एवं जागरूक नागरिकों के सहयोग से रेस्क्यू किया गया।

बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, चौराहों इत्यादि में रात्रि में भ्रमण कर ऐसे निराश्रित वृद्धजनों की पहचान की गई जिनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं था और उन्हें आपात पुलिस सेवा 112 एवं एल्डरलाइन नंबर 14567 के माध्यम से प्राप्त सूचना के आधार पर तत्काल सम्मान पूर्वक वृद्धाश्रम में पुनर्वासित किया गया है। जहां उनके स्वास्थ्य का समुचित खयाल रखा जा रहा है।

वृद्धाश्रमों में उपलब्ध है सभी मौलिक सुविधाएँ
समाज कल्याण विभाग द्वारा प्रदेश के समस्त 75 जनपदों में वृद्धाश्रम संचालित किया जा रहा है. इन आश्रमों में वृद्धजनों को खाना, गर्म कपड़े, दवाई, मनोरंजन के साधन आदि उपलब्ध कराया जाता है. यहाँ डॉक्टर की सुविधा भी उपलब्ध है ताकि ज़रूरत पड़ने पर बीमार वृद्धजनों का उपचार भी हो सके. समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित वृद्धाश्रमों में निराश्रित वृद्धजनों को रखने की पूरी क्षमता है।

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